हल्द्वानी: रविवार को नया बाजार में हुए अग्निकांड में पांच दुकाने जल गई और अब जांच आगे बढ़ रही है। दूसरी तरफ जिन लोगों की दुकानें जली दुकानों के पास थी वो भी काफी चिंतित थे और एक झूठी जानकारी के चलते एक घर के दो लोगों की मौत हो गई और तीसरा हॉस्पिटल में भर्ती है।
जानकारी के मुताबिक, नंबर 17 आजादनगर बनभूलपुरा निवासी मो.आरिफ की सिलाई की दुकान भी नया बाजार में है। जो कि आग्निकांड वाले स्थान से काफी पास है। रविवार के दिन उनकी पत्नी शबाना, बेटे मो.अब्दुल रहमान और 11 वर्ष के याजान सैफी मुरादाबाद शादी समारोह में शामिल होने के लिए गए थे। आरिफ के बड़े बेटे ने फेसबुक पर देखा कि नया बाजार में आग लगी है और कई दुकाने जल गई है। उसने पिता से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि उनकी दुकान में आग नहीं लगी है। वो लोग परेशान ना हों। बेटे को लगा कि पिता उन्हें तनाव से दूर रखने के लिए शायद सच नहीं बता रहे हैं। ऐसे में बेटे अब्दुल ने दोस्तों से पता कि तो उन्होंने दुकान जलने की बात कही। इसके बाद अब्दुल ने मुरादाबाद से घर के लिए रात में ही निकलने का फैसला किया। वह कार लेकर अपनी मां और छोटे भाई के साथ हल्द्वानी के लिए रवाना हो गए और रात करीब दो बजे कार बेलबाबा मंदिर के पास हादसे का शिकार हो गई। ये बात भी सामने आई है कि अब्दुल के पिता ने आग लगने की सूचना मिलते ही दुकान से सारा सामान बाहर निकाल दिया था। यही बात उन्होंने अब्दुल को भी बताई थी लेकिन उसने दोस्त की बात मानी। अगर पिता की बात मानी होती तो ये हादसा टाला जा सकता था।