देहरादून: शासन प्रशासन द्वारा पर्यटन और धार्मिक दृष्टि से सुविधाओं में चार चांद लगा रहा है। बड़े स्थलों पर हेली सेवा और रोपवे सेवा की शुरुआत हो रही है। अब सिद्धपीठ मां सुरकंडा देवी मंदिर के लिए भी अंतत: रोपवे सेवा शुरू हो गई है। 2017 में इसका निर्माण पार्टनरशिप कंपनी द्वारा पीपीपी मोड में शुरू किया गया था। अब लंबे इंतजार के बाद माता के भक्तों के लिए इसे शुरू कर दिया गया है।
गौरतलब है कि चंबा-मसूरी रोड पर स्थित मां सुरकंडा देवी का मंदिर देहरादून से वाया मसूरी होते हुए 73 किमी और फिर दो किमी पैदल दूरी जबकि ऋषिकेश से वाया चंबा होते हुए 82 किमी की दूरी पर स्थित है। बता दें कि यहां यात्रियों के ठहरने के लिए धर्मशालाओं की सुविधा है। पहले तक भक्तों को मां के मंदिर जाने के लिए डेढ़ किमी चढ़ाई करनी पड़ती थी। लेकिन श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रोपवे तैयार किया गया है।
अब भक्तों को ये चढ़ाई भी नहीं चढ़नी पड़ेगी। हालांकि नवरात्र से ही इसके शुरू होने की बातें चल रही थी। मगर किसी ना किसी देरी के चलते बार बार कार्यक्रम आगे टल जा रहा था। अब गुरुवार को इसे आखिरकाल शुरू कर दिया गया। रोपवे सेवा शुरू होने के पहले ही दिन 240 श्रद्धालुओं ने लाभ उठाया है। गौरतलब है कि रोपवे में मंदिर तक आने-जाने का किराया 177 रुपये तय किया गया है।
बता दें कि 32 करोड़ की लागत से शुरू हुई रोपवे सेवा में 16 डिब्बे हैं, जिनमें प्रति डिब्बे में छह लोग सवार हो सकते हैं। अब 523 मीटर लंबे रोपवे से लोग महज पांच से दस मिनट में मंदिर पहुंच जाएंगे। एसडीएम धनोल्टी लक्ष्मीराज चौहान ने जानकारी दी और बताया कि पूरी जांच करने के उपरांत ही इसका शुभारंभ किया गया है। रोपवे से काफी भक्तों को राहत मिलेगी। वहीं, काफी श्रद्धालुओं ने इस मौके पर खुशी भी व्यक्त की है।