रुद्रपुर: टोक्यो में इतिहास रचने वाली हॉकी टीम इंडिया के सदस्य सिमरनजीत सिंह मंगलवार को रुद्रपुर पहुंचे। उन्होंने एक निजी स्कूल में आयोजन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सिमरनजीत सिंह ने भारतीय टीम के टोक्यो ओलंपिक में कांस्य जीत में बेहद अहम योगदान दिया था। उन्होंने जर्मनी के खिलाफ खेले गए महत्वपूर्ण मुकाबले में दो गोल दागे थे।
इस दौरान हॉकी के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण बाते कही। उन्होंने कहा कि ये जीत बेहद अहम है। हम लंबे वक्त से अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन इसके बाद भी 41 साल बाद भारत को हॉकी में ओलंपिक पदक हासिल हुआ है। स्कूल के बच्चों से उन्हें कहा कि किसी भी खेल की दूसरे खेल से तुलना नहीं होनी चाहिए। भारतीय टीम पदक जीतकर आई है और यह एक अच्छी फिलिंग है कि एक बार फिर युवाओं में हॉकी के लिए जोश पैदा हुआ है।
बता दें कि भारत ने जर्मनी को 5-4 से हराकर टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक हासिल किया है। टोक्यो अभियान जब शुरू हुआ था तो शायद ही किसी ने कल्पना की होगी कि टीम इंडिया पदक के साथ वापसी करेगी। भारतीय टीम ने 1980 के बाद ओलंपिक पदक जीता । इससे पहले हॉकी में भारतीय टीम ने 1980 ओलंपिक में गोल्ड अपने नाम किया था जो मॉस्को में खेला गया था। उस वक्त देश की जनसंख्या करीब 75 करोड़ थी और अब 140 करोड़ के पास है।
भारतीय टीम की टोक्यो में जीत के बाद हॉकी का नया अध्याय शुरू हो गया है। इस जोश को मैदान पर लाने की जरूरत होगी। जिस तरह से क्रिकेट को देश में बढ़ावा मिला है उसी रास्ते पर हॉकी को भी चलना है। यहां बात देश की है तो क्रिकेट और हॉकी के बीच तुलना नहीं होनी चाहिए। दोनों ही खेलों से जुड़े संघ को एक दूसरे की मदद के लिए आगे आना चाहिए।