देहरादून: कोरोना वायरस के चलते बंद हुई ट्रेन सेवाओं को धीरे-धीरे खोला जा रहा है। पिछले साल मार्च में कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए ट्रेन संचालन को रोक दिया गया था। केवल प्रवासियों को लाने के लिए ट्रेन चलाई जा रही थी। हालात सामान्य हुए तो धीरे-धीरे ट्रेन को शुरू किया जाने लगा। देहरादून- सहारनपुर पैसेंजर ट्रेन का संचालन भी पिछले डेढ़ सालों से रुका हुआ था। सोमवार को संचालन को शुरू किया गया लेकिन उसी दिन उसे रोक दिया गया।
देहरादून से शुरू हुई ट्रेन में केवल 28 यात्री थे। इस वजह से ट्रेन को हरिद्वार में ही टर्मिनेट कर दिया गया। रेलवे ये फैसला इसलिए लिया क्योंकि हरिद्वार पहुंचने तक इनमें से दो ही यात्री बचे। एक यात्री के पास लक्सर का टिकट था और दूसरे के पास सहारनपुर का। शाम को रैक वापस देहरादून मंगवा ली और फिर सहारनपुर नहीं पहुंचने पर इस ट्रेन का वापसी फेरा भी रद्द कर दिया।
बता दें कि देहरादून- सहारनपुर पैसेंजर का संचालन पिछले साल 22 मार्च सेे बंद था। कई अहम ट्रेनों का संचालन हालात के सही होने के बाद शुरू किया गया लेकिन देहरादून – सहारनपुर पैसेंजर का संचालन नहीं हो पाया। इस वजह से देहरादून से हरिद्वार, लक्सर, रुड़की, भगवानपुर, सहारनपुर जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इस परेशानी को देखते हुए रेलवे ने देहरादून- सहारनपुर पैसेंजर को शुरू करने का फैसला किया। पहले दिन केवल 28 यात्रत्रियों ने टिकट लिया था। हरिद्वार के लिए 22, ज्वालापुर के लिए एक, लक्सर के लिए तीन और हर्रावाला के लिए एक यात्री ने टिकट लेकर यात्रा की। ट्रेन को केवल 1010 रुपए का राजस्व प्राप्त किया।