Uttarakhand news: उत्तराखंड से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां राज्य में बन रही दवाओं के सैंपल लगातार फेल हो रहे हैं। और एक बार फिर उत्तराखंड में निर्मित पांच दवाओं के सैंपल जांच में फेल हो गए हैं। जिस पर केंद्रीय दवा मानक नियंत्रक संगठन (सीडीएसओ) ने इसे लेकर ड्रग अलर्ट जारी किया है। इनमें हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर जिले की निर्माण इकाइयों में निर्मित दवाएं शामिल हैं। ( Sample of five medicines made in Uttarakhand failed )
बाजार से वापिस मांगने के निर्देश दिए
दरअसल, देश भर में फार्मा कंपनियों की ओर से बनाई जा रही दवाइयां की गुणवत्ता और मानकों को लेकर केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन लगातार सैंपल लेकर जांच कर रही है। इसी क्रम में जून महीने में केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन ने तमाम फार्मा कंपनियों की दवाइयों का सैंपल लिया था। देश के तमाम राज्यों में निर्मित 31 दवाओं की गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरी है। जिसके चलते दवा मानक नियंत्रण संगठन ने अलर्ट जारी किया है। साथ ही राज्यों के ड्रग्स कंट्रोलर को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जिसको देखते हुए उत्तराखंड के ड्रग्स कंट्रोलर ताजबेर सिंह ने जिन फार्मा कंपनियों की दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं, उस बैच की दवाओं को बाजार से वापिस मांगने के निर्देश दिए हैं। ये दवाइयां उत्तराखंड में स्थित कई फार्मा कंपनियों में बनाए गए हैं। जिन फार्मा कंपनियों के दवाइयों का सैंपल फेल हुए हैं वो फार्मा कंपनियां रुड़की, हरिद्वार और काशीपुर में स्थित हैं। ( Sample of five medicines of five different Pharma companies made in Uttarakhand failed )
इन दवाओं के सैंपल हुए फेल
ड्रग कंट्रोलर ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि स्काइमेप फार्मास्यूटिकल्स रुड़की की एसोप्रैज़ोल टैबलेट, फ्रान्सिस रेमेडीज रुड़की की रैनिटीडीन टैबलेट, ओमेगा फार्मा रुड़की की ट्रेनेक्ज़ामिक एसिड टैबलेट, एग्रोन रेमेडीज काशीपुर की पैंटोप्राज़ोल टैबलेट और एप्पल फार्म्युलेशन रुड़की की एटोरिकाक्सीब टैबलेट के सैंपल जांच में फेल पाए गए।