लालकुआं: कुछ विधानसभा सीटें हैं जिनपर कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए ही मुसीबत के सवाल खड़े होकर इंतज़ार कर रहे हैं। लालकुआं सीट पर कांग्रेस खुद से मुकाबला करने जा रही है। नामांकन वापसी के आखिरी दिन भी बागी हुई संध्या डालाकोटी मानने को तैयार नहीं हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय सचिव के बात करने के बावजूद भी संध्या डालाकोटी मैदान छोड़ने को तैयार नहीं हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि पूर्व ब्लाक प्रमुख संध्या डालाकोटी को पहले कांग्रेस ने लालकुआं विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया था। लेकिन विरोध के सुर तेज़ होने के बाद कांग्रेस ने उनसे टिकट छीनकर हरीश रावत को उम्मीदवार बना दिया। जिससे आहत हुईं संध्या डालाकोटी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया। उन्होंने 28 जनवरी को नामांकन भी दाखिल कर दिया है। बता दें कि उनके समर्थक लगातार निर्दलीय चुनाव लड़ने की अपील कर रहे थे।
अब 31 जनवरी को नामांकन का आखिरी दिन है। कांग्रेस लगातार बागी हुए नेताओं को मनाने की कोशिशें कर रही है। लेकिन लालकुआं सीट पर यह बात बनती दिखाई नहीं दे रही है। रविवार को कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी संध्या डालाकोटी के गौलापार आवास पर पहुंचे। उनके समर्थकों से बातचीत की लेकिन बात नहीं बन सकी। यहां पर कांग्रेस की डैमेज कंट्रोल की कोशिशें सफल होती नहीं दिख रही हैं।
संध्या डालाकोटी के पति किरन डालाकोटी का कहना है कि अब बात बहुत आगे बढ़ चुकी है। गौरतलब है कि पूर्व राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी के मनाने के बाद भी संध्या डालाकोटी ने मैदान नहीं छोड़ा है। इसके अलावा रामनगर में कांग्रेस से बागी हुए निर्दलीय चुनाव लड़ रहे संजय नेगी को मनाने की कोशिश नजर नहीं आई। वहीं सितारगंज सीट से भी नारायण पाल ने बसपा के टिकट पर नामांकन कराया है।