प्रशासनिक अधिकारियों का काम होता है जनता को राहत देना। उनकी परेशानी का हल निकालना लेकिन देश कई जगह अधिकारी अपनी कर्सी के नशे में अपना फर्ज भूल जाते है। एक ऐसा ही मामला सामना आ रहा है जहां एक एसडीएम ने शिकायत लेकर पहुंचे बुजुर्ग को थप्पड़ मार दिया।आजमगढ़ के निजामाबाद में 92 वर्षीय प्रेम सागर पाठक को न्याय के आस में अधिकारियों के सामने जाना महंगा पड़ गया। इंसाफ की गुहार लगाते हुए मंगलवार को आजमगढ़ जिले के निजामाबाद तहसील में आए 92 साल के वृद्ध के साथ प्रशासनिक अमले ने अभद्रता की हद पार कर दी।
तहसील दिवस के अवसर पर मौजूद एसडीएम निजामाबाद अनिल कुमार सिंह ने डीएम चंद्रभूषण सिंह की मौजूदगी में बुजुर्ग को थप्पड़ मार दिया। इससे बुजुर्ग का दांत टूट गया और खून बहने लगा। इतना ही नहीं, थप्पड़ मारने के बाद सिपाहियों ने लाठी से ढकेल कर कमरे से बाहर कर दिया।अधिवक्ताओं की मदद से उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराकर मेडिकल मुआयना कराया गया है। घटना के बाद तहसील परिसर में थोड़ी देर के लिए हड़कंप मच गया।उधर, एसडीएम अनिल कुमार सिंह का कहना है कि उन्होंने प्रेम सागर को थप्पड़ नहीं मारा। वह डीएम से तैश में बात कर रहे थे। इसलिए उन्हें कमरे से बाहर कर दिया गया।प्रेम सागर पाठक (92) सरायमीर थाना क्षेत्र के फरीदूनपुर गांव के निवासी हैं। 2014 में कुछ लोगों ने उनकी जमीन पर सरकारी खर्चे से जबरन आरसीसी रोड बनवा दिया। उन्होंने डीएम, एसपी, एसडीएम और थानाध्यक्ष से गुहार लगाई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बताया कि रोड बनने से बारिश का पानी उनके घर में घुस रहा है। तहसील दिवस और थाना दिवस में कई बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी आश्वासन ही मिलते रहे।मंगलवार (31 जुलाई)को निजामाबाद के तहसील दिवस में डीएम मौजूद थे। प्रेम सागर ने डीएम के सामने अपनी बात रखी। लगातार भाग-दौड़ से आजिज आ चुके पाठक ने न्याय न मिलने पर धरना देने या आत्मदाह करने की चेतावनी दे दी। वृद्ध की चेतावनी से डीएम का पारा चढ़ गया। इसे देख एसडीएम निजामाबाद ने प्रेम सागर को थप्पड़ जड़ दिया।