देहरादून: उत्तराखंड को नया मुख्यमंत्री होली के बाद ही मिलेगा। यानी विधायक दल की बैठक 18 मार्च और 19 मार्च को नहीं होगी। होली का त्योहार होने की वजह से कई विधायक बैठक में पहुंचने में असमर्थ हो सकते हैं, इस लिए माना जा रहा है 20-21 मार्च को बैठक होगी। उत्तराखंड को पहली बार एक ही दल का मुख्यमंत्री लगातार दूसरी बार मिलेगा।
मुख्यमंत्री की रेस में कई नाम है और रोजाना कोई ना कोई नाम लिस्ट में बढ़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भाजपा ने पिछले बार कई मुख्यमंत्री बदले थे और उसका नुकसान पार्टी को हुआ था। ऐसे में पूरे पांच साल एक मुख्यमंत्री बना रहे है, इस पर मंथन चल रहा है। हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि हाईकमान ने फैसला कर लिया है केवल ऐलान करने की देरी है। भाजपा कैबिनेट में कई नए चेहरों को मौका दे सकती है। इसके अलावा महिलाओं को भी अतिरिक्त जिम्मेदारी दी जा सकती है।
भाजपा साल 2024 की तैयारियों में भी जुट गई है और उसी को देखते हुए सभी फैसले लिए जाएंगे। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद प्रदेश की पांच लोकसभा सीट पर जीत का समीकरण का तैयार किया जा रहा है। नया मुख्यमंत्री और कैबिनेट का निर्णय का आधार लोकसभा चुनाव 2024 होगा। इसको लेकर मंथन चल रहा है। समीकरण में जो भी उम्मीदवार फिट होंगे, उन्हें ही मुख्यमंत्री और मंत्री पद दिया जाएगा। मंत्री और मुख्यमंत्री के साथ-साथ स्पीकर के पद को लेकर भी कयासों का बाजार गरमाया हुआ है।