Uttarakhand weather report:- उत्तराखंड में बदलते मौसम के साथ हिमपात का सिलसिला जारी है। चारधाम के साथ साथ राज्य के ऊंचाई वाले कई इलाके बर्फ से ढक गए हैं, और कई स्थानों पर मार्ग अवरुद्ध हैं। बता दें कि बीते कुछ दिनों से उत्तराखंड की चोटियों पर हिमपात का क्रम जारी है। जबकि नीचे इलाकों में चटख धूप खिल रही है। पहाड़ से मैदान तक चल रही सर्द हवाओं के कारण कंपकंपी और बढ़ सी गई है। पहाड़ के ज्यादातर क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान में पांच से सात डिग्री सेल्सियस तक की भारी गिरावट देखने को मिली है। ये पांच वर्ष के अंतराल के बाद देखा जा रहा है कि, उत्तराखंड में फरवरी के अंतिम सप्ताह में भी पारा छह डिग्री सेल्सियस या इससे भी कम चल रहा है।
प्रदेश की राजधानी दून समेत ज्यादातर मैदानी क्षेत्रों में इन दिनों सामान्य, न्यूनतम तापमान 10 से 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा रहा है। लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बर्फबारी के कारण अचानक कड़ाके की ठंड लौट आई है। वहीं, अधिकतम तापमान सामान्य या उससे एक डिग्री सेल्सियस कम बना हुआ है। चटख धूप खिलने से दिन में ठंड से कुछ राहत है। इससे पूर्व वर्ष 2019 में दून में न्यूनतम तापमान फरवरी के अंतिम सप्ताह में इतना कम दर्ज किया गया था।
मंगलवार तक रहेगा वर्षा बर्फबारी का क्रम
उत्तराखंड में चोटियों पर हिमपात का सिलसिला जारी है। चारधाम और अन्य ऊंचाई वाले इलाकों में कई गांव बर्फ से ढक गए हैं और कई स्थानों पर मार्ग अवरुद्ध हैं। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार और मंगलवार को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में 2800 मीटर से अधिक ऊंचाई पर हल्की वर्षा-बर्फबारी हो सकती है। देहरादून, नैनीताल और अल्मोड़ा में भी हल्की वर्षा के आसार हैं, जिससे तापमान में गिरावट आ सकती है।
पहाड़ों में मार्ग अवरूद्ध, बिजली पानी की आपूर्ति भी हुई ठप
उत्तराखंड में उत्तरकाशी जनपद के ऊंचाई वाले सीमांत क्षेत्रों में शनिवार रात से जमकर बर्फबारी हो रही है। जनपद के करीब 25 गांव बर्फ से पूरी तरह से ढक गए हैं। गंगोत्री हाईवे, गंगनानी से लेकर गंगोत्री तक अवरुद्ध है। वहीं, कई अन्य गांवों में बिजली-पानी की सप्लाई ठप है। बर्फबारी से फरवरी के अंतिम सप्ताह में भी कड़ाके की ठंड हो रही है। हालांकि सर्दियों के पूरे मौसम भर वर्षा का इंतजार करते लोगों द्वारा यह बर्फबारी, खेती-बागवानी के लिए काफी अच्छी मानी जा रही है।
बीते दिनों हुई बर्फबारी के चलते गोपेश्वर-चोपता मोटर मार्ग, धौतीधार व जोशीमठ औली मोटर मार्ग और कवांड बैंड से आगे मार्ग अवरुद्ध हो गए थे, जिन्हें रविवार को बर्फ हटाकर सुचारू कर दिया गया है। हालांकि इन क्षेत्रों में बर्फबारी का क्रम अभी भी जारी है। वहीं बदरीनाथ हाईवे, हनुमान चट्टी से आगे बर्फबारी के चलते अवरुद्ध है।
पांच दिन बाद भी चीन सीमा से कोई संपर्क नहीं
पिथौरागढ़ में चीन सीमा से पांचवें दिन भी संपर्क भंग रहा। धारचूला के व्यास और दारमा मार्ग भारी हिमपात के कारण बंद हैं। बार्डर रोड आर्गनाइजेशन (बीआरओ) की ओर से मार्ग खोले जाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन उच्च हिमालय में लगातार हो रहे हिमपात के कारण मार्ग खोल पाना चुनौती बना हुआ है।
दूसरी ओर प्रदेश के पर्वतीय जिलों में आज (मंगलवार को भी हल्की बारिश के साथ बर्फबारी होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में बिजली चमकने और गर्जन के साथ बारिश होने के आसार हैं। जबकि, इन जिलों के तीन हजार मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होने की संभावना है।