उत्तरकाशी: एक बार फिर एक बेटी ने अपनी काबिलियत से पूरे प्रदेश का नाम रौशन किया है। पहाड़ की शांभवी खुल्बे ने कठिन नीट की परीक्षा में शानदार अंक अर्जित किए हैं। उन्होंने सामान्य वर्ग में 93वां स्थान जबकि पूरे देश में इस परीक्षा में 127वां स्थान प्राप्त किया है। ग्वेलखान गांव की इस बेटी ने देशभर के लोगों को पहाड़ की चर्चा करने पर मजबूर कर दिया है।
गौरतलब है कि इस साल 16 लाख 14 हजार 777 छात्रों ने एनईईटी यूजी 2021 का रजिस्ट्रेशन किया था। इनमें से 15 लाख 44 हजार 275 छात्र ही परीक्षा देने पहुंचे और कुल 8,70,074 छात्र हुए पास हैं। 12 सितंबर को आयोजित की गई इस परीक्षा का परिणाम बीते दिनों आ गया। जिसमें उत्तराखंड के कई युवाओं ने बाजी मारी है।
इसी लिस्ट में अल्मोड़ा जिले के सीम ग्वेलखान गांव की मूल निवासी शांभवी ने NEET UG मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम में शानदार प्रदर्शन किया। इस परीक्षा को पास करना ही बहुत मुश्किल है। वहीं शांभवी ने ऑल इंडिया में 127वां स्थान हासिल किया है। बता दें कि शांभवी ने भारतीय विद्या भवन हैदराबाद से LKG से 10वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद उन्होंने 11वीं और 12वीं की पढ़ाई जैन इंटरनेशनल स्कूल हैदराबाद से पूरी की।
शांभवी के पिता डॉ. संजीव खुल्बे सीनियर कंसल्टेंट कार्डियक सर्जन हैं। उनका जन्म अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया में हुआ। हाल ही में कोरोना काल के मध्य भी डॉ. संजीव ने समाज सेवा के कामों में हाथ बंटाया था। बहरहाल बेटी को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा उनके माता-पिता से मिली है। शांभवी की माता डॉक्टर अपर्णा खुल्बे भी हैदराबाद में कार्यरत हैं। डॉक्टर अपर्णा सीनियर कंसल्टेंट मेडिसिन के पद पर हैं। दोनों ने पहाड़ के असंख्य लोगों को फ्री में वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सेवा भी दी।
शांभवी खुल्बे को किताबें पढ़ने का बहुत शौक है। इसके साथ ही इस भविष्य की डॉक्टर को पेंटिंग का भी शौक है। शांभवी हमेशा कुछ नया करने की कोशिश करती रहती हैं। शांभवी भी माता पिता की तरह बड़ी डॉक्टर बनना चाहती हैं. वो गरीब और मजबूर लोगों को इलाज में भरपूर मदद करना चाहती हैं। बेटी ने ना सिर्फ अपने माता पिता बल्कि पूरे उत्तराखंड का नाम रौशन किया है।