नई दिल्ली: इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट के पहले दिन जूझ रही भारतीय टीम को ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने मुश्किलों से बाहर निकला। ठाकुर ने ना सिर्फ 57 रन बनाकर पारी को संजीवनी दी बल्कि जिस अंदाज और जिस गति से रन बनाए, वो तारीफ के काबिल है। बता दें कि शार्दुल ठाकुर अब वीरेंद्र सहवाग को पीछे छोड़कर टेस्ट में भारत की तरफ से दूसरा सबसे तेज अर्धशतक लगाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेल रही है। सीरीज 3 मैच खत्म होने के बाद 1-1 से बराबर है। गुरुवार को ओवल में शुरू हुए चौथे मुकाबले में भारत को मेजबानों की तरफ से पहले बल्लेबाजी करने को कहा गया। शुरआत कुछ हद तक अच्छी रही मगर पहला विकेट गिरने के बाद झड़ी लग गई। केवल विराट कोहली ऐसे बल्लेबाज रहे जिन्होंने 50 रन मारे।
जब ऋषभ पंत आउट हुए (127-7) तो लगा कि अब भारत पिछले मैच की तरह जल्द ही सिमट जाएगा। लेकिन दूसरे छोर पर खड़े शार्दुल ठाकुर ने कुछ और ही मन बना लिया था। शार्दुल ने उमेश के साथ मिलकर 63 रनों की साझेदारी की। ऑलराउंडर ने अपना अर्धशतक भी ओली राबिन्सन की गेंद पर छक्का लगाकर पूरा किया। शार्दुल ने इस पारी में 36 गेंदों पर 7 चौके और 3 छक्कों की मदद से तूफानी 57 रन की पारी खेली। ये टेस्ट क्रिकेट में उनका दूसरा अर्धशतक भी था।
बता दें कि शार्दुल ठाकुर ने इस दौरान वीरेंद्र सहवाग का 13 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। दरअसल शार्दुल ठाकुर ने 31 गेंद पर अर्धशतक लगाया और अब वो भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक लगाने के मामले में दूसरे नंबर पर आ गए। इससे पहले यह स्थान सहवाग के पास था जिन्होंने साल 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ 32 गेंदों पर ये कारनामा किया था। शीर्ष पर अब भी कपिल देव मौजूद हैं। जिन्होंने साल 1982 में पाकिस्तान के खिलाफ 30 गेंदों में फिफ्टी जमाई थी। गौरतलब है कि शार्दुल ओवल के मैदान पर सबसे तेज फिफ्टी जमाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं।
टेस्ट में भारत के लिए सबसे तेज अर्धशतक
30 गेंद – कपिल देव विरुद्ध पाकिस्तान, 1982
31 गेंद – शार्दुल ठाकुर विरुद्ध इंग्लैंड, 2021
32 गेंद – वीरेंद्र सहवाग विरुद्ध इंग्लैंड, 2008
33 गेंद – कपिल देव विरुद्ध पाकिस्तान, 1978
33 गेंद – कपिल देव विरुद्ध इंग्लैंड, 1982
शार्दुल ठाकुर की पारी की बदौलत ही भारत ने 191 रनों का स्कोर बनाया। इंग्लैंड की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज क्रिस वोक्स रहे, जिन्होंने कुल चार विकेट झटके। इसके बाद इंग्लैंड बल्लेबाजी के लिए उतरी तो बुमराह ने शुरुआत में ही उन्हें झटके दे दिए। एक ही ओवर में इंग्लैंड के दोनों सलामी बल्लेबाज आउट हो गए। इसके बाद रूट ने मलान के साथ पारी को गति दी मगर खेल खत्म होने से ठीक पहले रूट भी उमेश यादव का शिकार हो गए। दिन खत्म होने तक इंग्लैंड का स्कोर 53 रन पर 3 विकेट था। देखना होगा कि भारत दूसरे दिन किस तरह का खेल दिखाता है।