टिहरी: पिछले करीब 50 दिनों से लापता टिहरी के जामणी गांव की विवाहिता का कंकाल जंगल से बरामद हुआ है। कंकाल को कब्जे मे लेकर राजस्व पुलिस द्वारा जांच शुरू की गई है। वहीं, दूसरी तरफ मायके वालों और मृतिका के पति में ठन गई है। पति ने मायके वालों पर आरोप लगाए हैं तो मायके वालों का कहना है कि ससुराल वालों ने उनकी बेटी की हत्या की है।
जानकारी के अनुसार पांच अगस्त को कंड़ीसौड़ तहसील के नगुन पट्टी जामणी गांव की निवासी 27 वर्षीय सरस्वती देवी पत्नी गब्बर सिंह का कंकाल 24 सितंबर को गांव के पास ही जंगल से मिला। बताया जा रहा है कि महिला के लापता होने के बाद पति गब्बर सिंह ने ससुरालियों को सूचित करने के साथ साथ गुमशुदगी दर्ज कराई थी। लेकिन मायके वालों ने आकर सरस्वती के ससुराल पर द्वारा हत्या किए जाने की आशंका जताई।
बता दें कि सरस्वती देवी निवासी सिंजल तहसील धनौल्टी जिला टिहरी गढ़वाल व गब्बर सिंह ग्राम जामणी तहसील कंड़ीसौड़ जिला टिहरी गढ़वाल की शादी साल 2019 के अक्टूबर माह में हुई थी। मृतका के पिता की मानें तो उनकी बेटी चार महीने की गर्भवती थी। जुलाई 2022 में वह ससुराल वालों से नाराज होकर मायके आई थी और पति द्वारा मारपीट करने की बात बताई थी। मगर पति के यह कहने पर कि गर्भवती अवस्था में सरस्वती की जिम्मेदारी उनकी नहीं होगी, सरस्वती के पिता ने उसे ससुराल छोड़ दिया।
24 जुलाई को पिता ने सरस्वती को ससुराल छोड़ा और पांच अगस्त को बेटी के लापता होने की सूचना मिल गई। एक तरफ मृतका के पिता ने ससुरालियों पर आरोप लगाया तो पति गब्बर सिंह ने उल्टा मायके वालों पर ही सवाल खड़े कर दिए। सरस्वती के परिजनों की मांग पर महिला की गुमशुदगी की जांच रेगुलर पुलिस थाना थत्युड़ पुलिस को सौंप दी गई थी। 21 सितंबर को जामणी गांव के पास खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला। अब सरस्वती का कंकाल मिलने से हड़कंप मच गया है। मामले की जांच की जा रही है।