
Almora : FlyingOfficer : MenskhaBhojak : PrideOfSomeshwar : Uttarakhand News : वीरों की भूमि कही जाने वाली सोमेश्वर घाटी का नाम एक बार फिर पहाड़ की बेटी ने रोशन किया है। मेनका भोजक जो एयरफोर्स में फ्लाइंग ऑफिसर बनी हैं उन्होंने न सिर्फ सोमेश्वर बल्कि पूरे उत्तराखंड का गौरव बढ़ाया है। उनकी इस उपलब्धि से परिवार और गाँव में खुशी का माहौल है। लोग उनके घर पर बधाई देने पहुंच रहे हैं।
मेनका मूल रूप से अल्मोड़ा जिले सोमेश्वर तहसील सुतोली गांव की रहने वाली हैं। वर्तमान में वह हल्द्वानी के ऊंचापुल में रहती हैं। मेनका के पिता कैप्टन बीएस भोजक ने कहा कि उनकी बेटी बचपन से ही मेधावी और मेहनती रही हैं। उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा पिथौरगढ़ से पूरी की…इसके बाद 10वीं और 12वीं पुणे से और फिर बीकॉम की पढ़ाई की।
मेनका के परिवार में देशभक्ति की भावना गहराई से निहित है। उनके दादा स्व. नीत सिंह सेना से रिटायर्ड थे पिता कैप्टन बीएस भोजक देशसेवा में सक्रिय हैं ताऊ राजेन्द्र सिंह भोजक 17 कुमाऊँ से सेवानिवृत्त और चाचा सूबेदार पद पर थे। बचपन से परिवार के इन प्रेरणादायक उदाहरणों ने मेनका के मन में देशभक्ति की लौ जगा दी।
मेनका ने बिना किसी कोचिंग के 400 यूट्यूब चैनलों की मदद से एयरफोर्स की तैयारी शुरू की। दो बार लिखित परीक्षा पास करने के बावजूद SSB में बाहर हो गईं…लेकिन तीसरे प्रयास में गुजरात से टॉपर बनकर चयन प्राप्त किया। 27 सितंबर 2024 को उनका चयन एयरफोर्स के लिए हुआ। उनकी ट्रेनिंग हैदराबाद में पूरी हुई और 13 दिसंबर 2025 को परेड में अंतिम पग भरते हुए उन्होंने सोमेश्वर का नाम रोशन किया।
इस खुशी के मौके पर मेनका के पिता कैप्टन बीएस भोजक, माता हीरा देवी, दादी और भाई ने उनके कंधों पर स्टार सजाए। इसके बाद परिवार अपने मूल गांव सुतोली सोमेश्वर पहुंचा…जहां पूरे गांव ने जोरदार स्वागत किया। मेनका की 80 साल की दादी भी हैदराबाद से यहां पहुंची और वर्दी में मेनका को देखा।
मेनका ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार के समर्थन और प्रेरणा को दिया और कहा कि उनके लिए यह गर्व की बात है कि उन्होंने सोमेश्वर और उत्तराखंड का नाम रोशन किया।






