देहरादून: कोरोना काल में एक नाम इंसान के रूप में सैंकड़ों लोगों के लिए भगवान साबित हुआ। उसने अपनी टीम के साथ मिलकर लॉकडाउन में घर पहुंचाया। हम बात कर रहे सोनू सूद की जो लॉकडाउन के बाद भी लोगों की मदद कर रहे हैं। मदद के लिए सैंकड़ों लोग सोनू से मदद की गुहार लगाते हैं और सोनू व उनकी टीम समस्या का हल भी खोजते हैं। बॉलीवुड का ये हीरो भारत में असली हीरो बन गया है।
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एक बार फिर सोनू सूद ने उत्तराखंड के एक परिवार की मदद की है। रुड़की की दवाई कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले एक व्यक्ति की बेटी को कैंसर हैं। बेटी को ओस्टियोजेनिक सर्कोमा है जो एक अलग प्रकार का कैंसर है। परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है। कैंसर गार्ड की बेटी के शरीर में इस तरह से फैल गया है कि अगस्त में डॉक्टरों को उनका पैर काटना पड़ा। सिक्योरिटी गार्ड का नाम नीलेश मिश्रा है। बच्ची को दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में दिखाया गया और उसके बाद उसको जनवरी में टाटा मेमोरियल अस्पताल मुंबई रेफर किया गया।
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बेटी को इलाज मिल सके इसके लिए डॉक्टर साधना अग्रवाल और उनके पति संजय अग्रवाल सोशल मीडिया के जरिए अभिनेता सोनू सूद से संपर्क किया। कुल 17 बार सोनू सूद को ट्वीट करने के बाद टीम ने रिस्पांस किया। पूरी जानकारी लेने के बाद वह तुरंत मदद करने के लिए अस्पताल में पहुंची। सोनू सूद की ओर से मुंबई में पीड़ित बच्ची के पिता को इलाज के लिए 1 लाख 22 हजार का चेक दिया है। यह रुपए 15 जनवरी तक उनकी बेटी की कीमोथेरेपी, दवाओं और कृत्रिम पैरों के लिए खर्चा में काम आएगा। यही नहीं सोनू सूद की टीम ने कहा कि अगर उन्हें आगे बेटी के इलाज के लिए मदद की जरूरत होगी तो वह जरूर करेंगे।