हल्द्वानी: विश्वकप के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के हाथों बाहर होने के बाद टीम इंडिया की आलोचना हो रही है। वैसे तो टीम ने विश्वकप में 9 में से 7 मैच जीते थे लेकिन सेमीफाइनल में टीम इंडिया की बल्लेबाजी ने सभी को चौका दिया। हार के बाद कहा जा रहा है टीम को कुछ बड़े बदलाव हो सकते हैं। बीसीसीआई टीम मैनेजमेंंट में बदलाव करने वाली है। बीसीसीआई ने मंगलवार को मुख्य कोच समेत टीम के अन्य सपोर्टिंग स्टाफ के लिए आवेदन मांगे हैं। जिन पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं, उनमें भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के मुख्य कोच, बल्लेबाजी कोच, गेंदबाजी कोच, फील्डिंग कोच, फिजियोथेरेपिस्ट, स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग कोच और प्रशासकीय मैनेजर के पद शामिल हैं। टीम इंडिया का मुख्य कोच टीम को एक दिशा देता है और उस पद के लिए आवेदन के पास ये योग्यता होनी चाहिए।
कोच पद के लिए बीसीसीआई द्वारा जारी तीन बिंदुओ के पात्रता दिशानिर्देश के अनुसार दिए गए हैं। मुख्य कोच की सबसे पहली योग्यता होनी चाहिए कि उसकी उम्र 60 वर्ष से कम हो, साथ ही कम से कम दो साल का इंटरनेशनल अनुभव हो। इसके अलावा मुख्य कोच के पास कम से कम 30 टेस्ट और 50 वनडे इंटरनेशनल मुकाबलों का बतौर खिलाड़ी अनुभव होना चाहिए।
इसके अलावा टेस्ट खेलने वाले देश को कम से कम दो साल कोचिंग देने का अनुभव होना चाहिए या फिर एसाेसिएट सदस्य, ए टीम, आईपीएल टीम में से किसी एक को कम से कम तीन साल का कोचिंग देने का अनुभव हो। साल 2017 से अनिल कुंबले के द्वारा कोच पद छोड़ने के बाद रवि शास्त्री मुख्य कोच की भूमिका निभा रहे हैं। लेकिन उन्हें इस पद पर नियुक्त किए जाने से पहले बीसीसीआई ने जो दिशानिर्देश जारी किए थे, उससे पूरी तरह से स्पष्टता नहीं थी, जिसे काफी विवाद पैदा हुआ था। इस बार बीसीसीआई ने मुख्य, बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच के लिए तीन बिंदुओं के पात्रता निर्देश जारी किए गए हैं। मुख्य कोच की तुलना में बाकी तीन पदाें पर आवेदक ने कम से कम 10 टेस्ट या 25 इंटरनेशनल वनडे मैच खेले हो । टीम इंडिया के मौजूदा स्टाफ का कॉन्ट्रेक्ट वेस्टइंडीज दौरे तक बढ़ा दिया गया है।