नई दिल्ली: क्रिकेट में उम्र को लेकर गड़बड़ी बार-बार सामने आती है। छोटी आयु में खेलने के लिए खिलाड़ी उम्र में हेरफेर करते हैं। घरेलू क्रिकेट में यह ज्यादा देखने को मिल रहा है।हर साल BCCI द्वारा कई खिलाड़ियों पर बैन लगाया जाता है। इस नीति को बोर्ड ने और सख्त कर दिया है। ऐसा BCCI के अध्यक्ष सौरभ गांगुली कह रहे हैं। नई नीति के मुताबिक अगर खिलाड़ी अपनी गलती मान लेता है यानी यह कबूल कर लेता है कि उसने उम्र संबंधी गड़बड़ी की है तो वह बच सकता है और उसे आगे खेलने दिया जाएगा। लेकिन इस बात को छुपाने पर अगर खिलाड़ी पकड़ा जाता है तो BCCI उसे दो साल के लिए बैन कर सकता है।
दो साल पूरे हो जाने के बाद इस तरह के खिलाड़ियों को बीसीसीआई के आयु वर्ग के टूर्नामेंट में खेलने नहीं दिया जाएगा। नए नियम साल 2020-2021 सीजन से लागू होंगे। बीसीसीआई के सभी आयुवर्ग के टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों पर लागू होंगे। बोर्ड ने साथ ही कहा है कि आयु संबंधी गड़बड़ी की जानकारी देने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी बनाया गया है। 9820556566,9136694499
सीजन में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को अपने हस्ताक्षर किए हुए पत्र/ईमेल दाखिल करना होगा, जिसके साथ उसे 15 सितंबर तक संबंधित विभाग से सत्यापन कराते हुए असली जन्मतिथि के दस्तावेज जमा करने होंगे। बीसीसीआई के अंडर-16 टूर्नामेंट में सिर्फ 14-16 आयु के खिलाड़ी ही हिस्सा लेंगे।
इस बारे में अध्यक्ष सौरभ गांगुली का कहना है कि हम सभी आयु वर्ग में समान मंच मुहैया कराने को लेकर प्रतिबद्ध है। बीसीसीआई उम्र संबंधी फर्जीवाड़े को रोकने के लिए लगातार कदम उठा रही है। अब उसने आने वाले सीजन के लिए अधिक सख्त नियमों को लागू कर दिया है। जो लोग अपने आप अपनी गलती नहीं मानेंगे उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।