नई दिल्ली: क्रिकेट विश्वकप 2019 के लिए टीम इंडिया का चयन हो गया है। 15 अप्रैल को चयनकर्ताओं ने 15 खिलाड़ियों की सूची जारी की जो इंग्लैंड की फ्लाइट पकडेंगे। भारतीय टीम में ऋषभ पंत का चयन नहीं हुआ और देशभर के क्रिकेट फैंस खासा निराश है। पंत के स्थान पर दिनेश कार्तिक को चुना गया है। दिनेश कार्तिक का यह दूसरा विश्वकप है। वह साल 2007 में वेस्टइंडीज में आयोजित हुए विश्वकप में टीम का हिस्सा थे। कार्तिक ने साल 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ अपना डेब्यू किया था।
कार्तिक को टीम में लेने के फैसले पर चयनकर्ताओं का कहना है कि ऋषभ पंत के नाम पर काफी चर्चा हुई, लेकिन विकेटकीपिंग स्किल्स, अनुभव और नाजुक मौकों पर फिनिशर की भूमिका देखते हुए कार्तिक को तरजीह दी गई है। मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा, ‘ऋषभ पंत के खिलाफ कोई चीज नहीं गई और हमने इस युवा खिलाड़ी के बारे में पिछले एक महीने में काफी चर्चा की। हालांकि, सभी पक्षों को देखने के बाद हमने सोचा कि दिनेश कार्तिक का अनुभव और विकेटकीपिंग क्षमता टीम के लिए उपयोगी है। कार्तिक नाजुक मौकों पर अच्छे फिनिशर की भी भूमिका निभाते हैं।’
मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद के इस के बयान पर फैंस खूब निशाना साध रहे हैं। उनकी मानें तो जिस खिलाड़ी को आप टेस्ट में जगह देते हो। इंग्लैंड में कार्तिक को ड्रॉप करके पंत को मौका दिया गया था। उसे वनडे के लिए बाहर करने का फैसले किसी के समझ से बाहर है। उनके बाद मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद के बयान पर गौर करें तो उन्होंने इशारों में पंत की विकेटकीपिंग पर बात कही है। टेस्ट क्रिकेट सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण होता है, जो खिलाड़ी वहां फिट बैठ सकता है वो वनडे में क्यों नहीं?
पंत को टीम में शामिल नहीं करने पर कई क्रिकेट एक्सपर्ट ने अपनी राय रखी है। टीम चयन पर पूर्व कप्तान और चयनकर्ता कृष्णमाचारी श्रीकांत ने कहा, “पंत को वर्ल्ड कप की टीम में नहीं देखकर हैरान हूं। वहीं, संजय मांजरेकर ने कहा कि कार्तिक का चयन होना आश्चर्यजनक है। श्रीकांत ने कहा, “पंत कुछ ही ओवरों में मैच को पलट सकते हैं। मध्यक्रम को गहराई देने के लिए शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर में से किसी एक को चुना जा सकता था।” श्रीकांत 2008 से 2012 तक मुख्य चयनकर्ता भी थे। उन्होंने 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का चयन किया था।