नई दिल्ली: भारतीय टीम ने दूसरे टी-20 मुकाबले में साउथ अफ्रीका को 7 विकेट से हराया। टीम के लिए एक बार फिर कप्तान विराट कोहली ने शानदार पारी खेली। कोहली ने 72 रनों की नाबाद पारी खेलकर टीम को जीत दिलाई। यह पहला मौका है जब टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को अपनी जमीन पर कोई टी-20 मुकाबला हराया हो।
भारत की इस जीत से ज्यादा एक खिलाड़ी का खराब फॉर्म सुर्खियों में है। ऋषभ पंत जिस बल्लेबाज को भारत का भविष्य कहा जा रहा था वो बड़ा स्कोर बनाने में एक बार फिर नाकामयाब रहा। पंत एक बार फिर खराब शॉर्ट के चलते आउस हो गए। जिसके बाद ड्रेसिंग रूम में बैठे बल्लेबाजी कोच विक्रम का रिएक्शन भी अच्छा नहीं रहा था।
13वें ओवर में मैदान पर उतरे ऋषभ पंत से सबको बहुत उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने आकर हर बार की तरह एक खराब शॉट खेल कर सबको फिर निराश कर दिया। दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज ब्योर्न फोर्टुइन की आधी पिच में फेंकी गई गेंद को पंत सीधा फाइन लेग पर खड़े तबरेज शम्सी के हाथ में बैठे। उस गेंद को पंत कही भी मार सकते थे। इस शॉर्ट से साफ लगा कि खराब फॉर्म के चलते उनका आत्मविश्वास भी गिर गया है। पंत ने केवल 4 रन बनाए। पंत का टी-20 करियर बुरे सपने से कम नहीं रहा है।
18 पारियों में वह केवल 20.40 की साधारण औसत से मात्र 306 रन बना पाए हैं। उनके खाते में दो अर्धशतक है। इन 18 में से 11 पारियों में दहाई का आंकड़ा तक नहीं छुआ है। पंत ने पिछली दस पारियों में से 7 पारियों में 5 या उससे कम रन ही बनाए हैं। पंत के आउट होते ही कैमरा ड्रेसिंग रूम में बैठे हेड कोच रवि शास्त्री और बैटिंग कोच विक्रम राठौड़ की ओर मुड़ गया। जहां शास्त्री के हावभाव बता रहे थे कि वे अब पंत को लेकर निर्णायक फैसला लेने का मन बना चुके हैं, वहीं राठौड़ पंत के आउट होने के तरीके से खासे निराश दिखे।