नई दिल्ली: क्रिकेट में एक दिन काफी कुछ बदल देता है। युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। रुड़की के रहने वाले इस खिलाड़ी को ऑस्ट्रेलिया घरेलू सीरीज़ में भारत की हार का कारण कहा गया। पूरे साल क्रिकेट फैंस की जुबान पर रहने वाले एक सीरीज़ में आलोचना का शिकार होने लगे।
सीरीज़ से पहले उन्हें विश्वकप टीम में जगह देने पर जोर दिया जा रहा था लेकिन वनडे सीरीज़ खत्म होने के बाद उनका विकल्प खोजने की बात सामने आ रही है। इन सभी बातों को पीछे छोड़ते हुए ऋषभ पंत ने आईपीएल-12 में अपने पहले मैच में उन सभी आलोचनाओं को मुंहतोड़ जवाब दिया है। मुंबई इंडियंस के खिलाफ पंत ने 27 गेंदों में 7 छक्के और 7 चौकों की मदद से नाबाद 78 रन की पारी खेलकर विश्वकप की टीम में शामिल होने के लिए अपना दावा पेश कर दिया। अपनी इस पानी में पंत ने70 रन उन्होंने केवल चौकों छक्कों के जरिए बनाए।
अपनी पारी के 8 रन उन्होंने केवल दौड़कर लिए। मुंबई के गेंदबाजों की जमकर खबर लेते हुए उन्होंने अपना अर्धशतक 18 गेंदों में पूरा किया। इसके साथ ही उन्होंने धोनी का एक और रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। पंत अब मुंबई के खिलाफ आईपीएल में सबसे तेज अर्धशतक जड़ने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। साल 2012 में धोनी ने मुंबई के खिलाफ 20 गेंदों में अर्धशतक जड़ा था। पंत की पारी की सबसे रोचक बात यह रही कि उन्होंने शुरुआती 5 गेंद में केवल 1 रन बनाए थे इसके बाद अगली 13 गेंदों में ताबड़तोड़ रन बनाते हुए अर्धशतक पूरा कर लिया।
पंत की इस पारी के बदौलत दिल्ली कैपिटल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 213 रन बना पाई। जवाब में मुंबई इंडियंस 176 रन ही बना पाई और दिल्ली ने यह मैच जीत लिया। मुंबई की टीम युवराज सिंह (53) के अर्धशतक के बावजूद 19.2 ओवर में 176 रन पर ढेर हो गई। युवराज के अलावा क्रुणाल पंड्या (32) ही 30 रन के आंकड़े को पार कर पाए।
बता दें कि पंत के लिए आईपीएल सीजन-11 भी शानदार रहा था। वो सबसे ज्यादा रन बनाने वालों की सूची में दूसरे नंबर पर थे। जिस तरीके की बल्लेबाजी पंत ने अपने पहले मैच में की है उससे साफ प्रतीत होता है कि ये बल्लेबाज आईपीएल सीज़न-12 को अपने नाम करने के इरादे से उतरा है।