नई दिल्ली: टीम इंडिया ने सेमीफाइनल का टिकट हासिल कर लिया है। विराट एंड कंपनी मंगलवार को न्यूलीलैंड के खिलाफ खिलाफ मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर उतरेगी। पूरा देश टीम इंडिया की जीत की दुआ कर रहा है। वहीं टीम का प्रदर्शन विश्वकप में शानदार रहा है और उसे उसी तरह का खेल दिखाना होगा। ऋषभ पंत को टीम इंडिया का एक्स फ्रैक्टर कहा जाता है। विश्वकप की तीन पारियों (84 रन) में पंत का प्रदर्शन औसतन रहा है। पंत को सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के स्थान पर टीम में शामिल किया गया है। पंत की प्रतिभा की पूरा क्रिकेट जगत कायल है, छोटे से करियर में उन्होंने अपनी दुनियाभर में अपनी पहचान स्थापित की है। बैटिंग और विकेटकीपिंग में पंत शानदार है लेकिन उनकी हल्कि फील्डिंग टीम इंडिया के लिए सिर दर्द पैदा कर रही है। फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने बांग्लादेश के मुकाबले के बाद पंत की फील्डिंग के बारे में पत्रकारों से बात की।
बांग्लादेश के खिलाफ विश्व मैच के दौरान ऋषभ पंत की कुछ चूक के बाद कहा कि इस युवा क्रिकेटर को अपनी ‘थ्रोइंग तकनीक’ में सुधार के साथ आउटफील्ड में भी फुर्तीला होने की जरूरत है। श्रीधर ने स्वीकार किया कि जहां तक आउटफील्ड में क्षेत्ररक्षण का संबंध है तो पंत को काफी सुधार करने की जरूरत है। कप्तान विराट कोहली और सीनियर खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी ने डीप में पंत के कुछ विशेष क्षेत्ररक्षण स्थान चुने है ताकि उनके पास गेंद कम आए। कोच श्रीधर ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ पंत ने कैच भी पकड़ा था और रन भी बचाए थे। ऋषभ अभी सीख रहा है और उसे इसमें सुधार करने की जरूरत है. इसलिए हम क्षेत्ररक्षकों को एक ही स्थान पर लगाते रहते हैं ताकि उन्हें इसके बारे में पता चल जाए।’ उसे दिनेश कार्तिक और महेंद्र सिंह धोनी से सीख लेने की जरूरत है, जो शानदार विकेटकीपर होने के बाद एक अच्छे फील्डर भी हैं।
टीम इंडिया सेमीफाइनल में इस तरह की गलतियां बिल्कुल नहीं चाहेगी। एक लगती टीम इंडिया को कप से दूर कर सकती हैं, क्योंकि फील्डिंग के दौरान बचाए गए रन करीबी मैचों में मदद करते हैं। टीम की कोशिस रहेगी कि पंत को गेंद से बचाए जाए लेकिन पंत एक चैंपियन खिलाड़ी है जो चुनौनियों से डरने के बजाए उससे मुकाबला करना पसंद करते हैं।