नई दिल्ली: युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह जब भी मीडिया में आते हैं तो महेंद्र सिंह धोनी पर निशाना साधने से नहीं रुकते हैं। हर मामले में वो धोनी को ही दोषी करार देते रहे हैं। इस लिस्ट में युवराज का कई सालों तक टीम में ना रहना भी शामिल हैं। ये कहानी साल 2015 विश्वकप से शुरू हुई जब युवी की टीम में जगह नहीं मिली थी, उसके बाद से योगराज सिंह धोनी को हमेशा ही निशाने में लेते रहे हैं।
एक बार फिर योगराज सिंह ने धोनी और शास्त्री को सेमीफाइनल में हार का कारण बताया है। उन्होंने कहा कि सेमीफाइनल में टीम की रणनीति किसी के समझ में नहीं आई थी। धोनी के साथ जडेजा आराम से गेंदों को बॉउंड्री तक पहुंचा रहे थे लेकिन धोनी ने अपना विकेट बचाने के लिए डॉट बॉल ज्यादा खेली। हार्दिक को भी उन्होंने ने ही छक्का मारने को कहा होगा लेकिन खुद नहीं मारा।
इसके अलावा उन्होंने सिलेक्टर्स पर भी सवाल खड़े करते हुए योगराज सिंह ने कहा कि जब सिलेक्शन की जाती है तो खिलाड़ियों को सही ढंग से नहीं देखा जाता और सिर्फ अपने और बेगाने का फर्क खिलाड़ियों के बीच में देखा जाता है। रवि शास्त्री और धोनी को एक जैसा बताते हुए योगराज सिंह ने कहा कि जो अच्छे से सही खेल रहे थे उनको खेल में शामिल नहीं किया गया।
योगराज सिंह ने कहा कि जब इन लोगों की मौत होगी तो ये भगवान के सामने जाकर क्या कहेंगे और भगवान भी दर्ज करेगा कि तुम लोगों ने दूसरो के साथ कितना गलत किया है। इससे पहले योगराज ने रायडू के संन्यास पर भी धोनी और चयनकर्ताओं को आडे़ हाथों लिया था। उन्होंने रायडू से संन्यास का फैसला वापस लेकर घरेलू क्रिकेट में खूब रन बनाकर अपने विरोधियों को जवाब देने की सलाह दी थी।