नई दिल्ली:शनिवार को खेले गए पहले सेमीफाइनल मुकाबले में श्रीकांत ने हमवतन लक्ष्य सेन को 17-21, 21-14, 21-17 से मात देते हुए फाइनल में प्रवेश किए। दोनों के बीच यह मुकाबला लगभग 69 मिनट तक चला।
किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन ने शुक्रवार को सेमीफाइनल में एंट्री करके देश के लिए दो पदक पक्के कर दिए थे। हार के बाद सेन को अब कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा है।
वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप के मेंस सिंगल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर लक्ष्य सेन ने अल्मोड़ा का नाम रोशन किया है।20 साल में ये मुकाम हासिल करना एक बड़ी बात है और पूरा उत्तराखंड उन्हें बधाई दे रहा है। इससे पहले भी लक्ष्य सेन ने जूनियर लेवल बैडमिंटन विश्व स्तर पर कई किताब अपने नाम किए हैं।
कहना गलत नहीं होगा कि लक्ष्य छोटी सी उम्र में उत्तराखंड के बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए एक आदर्श बन गए जिन्होंने पहाड़ से निकलकर विश्व स्तर पर अपना नाम रोशन किया और उत्तराखंड के युवाओं को भरोसा दिलाया कि अगर उनके मन में कुछ करने की इच्छा है तो उसे जरूर हासिल कर सकते हैं।