नई दिल्ली: भारतीय अंडर-19 को साल 2012 में विश्वकप जीताने वाले उन्मुक्त चंद अब घरेलू सीजन उत्तराखण्ड के लिए खेलेंगे। खबरों की मानें तो उन्मुक्त चंद साल 2019/20 घरेलू सीजन में उत्तराखण्ड की कमान संभालेंगे। उन्मुक्त चंद गेस्ट खिलाडी के रूप में टीम से जुड़ेंगे। उत्तराखण्ड के लिए खेलने की पुष्टि खुद युवा उन्मुक्त चंद ने की।
उन्मुक्त चंद दिल्ली के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते थे। उन्होंने डीडीसीए से उत्तराखण्ड के लिए खेलने हेतू अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) मांगा था जो उन्हें मिल गया है। इस मौके पर उन्होंने डीडीसीए का भी धन्यवाद किया। उन्मुक्त चंद ने मंगलवार को ट्वीट कर DDCA का आभार जताया। उन्होंने कहा कि उनके लिए एक ऐसी जगह को अलविदा बोलना काफी मुश्किल है, जिसने उन्हें निखारा और वह बनाया जो आज वह हैं।
उन्मुक्त चंद के करियर पर नजरें डाले तो उन्होंने 60 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं, जिनमें 34.23 की औसत से 3184 रन बनाया है। अपने चौथे ही रणजी मैच में उन्होंने रेलवे के खिलाफ 151 रनों की शानदार पारी खेली थी जिसके बाद वह सुर्खियों में रहने लगे थे। उन्मुक्त चंद 2012 में तब एक क्रिकेट सनसनी के तौर पर उभरे थे, जब उन्होंने अपनी कप्तानी में भारत को अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप दिलाया था। फाइनल में उन्होंने मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 111 रनों की जबरदस्त पारी खेली थी।
राज्य में ट्रायल प्रक्रिया के शुरू होने के बाद से कयास लगाए जा रहे थे कि चंद उत्तराखण्ड क्रिकेट टीम से जुड़ सकते हैं। इस साल ही उत्तराखण्ड को बीसीसीआई ने मान्यता दी है और राज्य क्रिकेट का संचालन क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखण्ड द्वारा किया जाएगा। संघ पिछले बार की तरह टीम को मजबूती देने के लिए गेस्ट खिलाड़ियों को देख रहा था और उन्मुक्त भी इस लिस्ट में शामिल थे। फिलहाल संघ की ओर से उन्मुक्त के उत्तराखण्ड के लिए खेलने के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन चंद ने खुद ट्विट कर इस बारे में बता दिया है। मूल रूप से उत्तराखंड के पिथोरागढ़ के रहने वाले हैं।