हल्द्वानी: उत्तराखण्ड पुलिस का नाम सुनते ही सबसे पहले शब्द जो याद आता है वो है सहयोग या मित्र। कई बार इस विषय में खबरे सामने आती है जहां पर पुलिस एक जनसेवक नहीं बल्कि दोस्त की तरह लोगों की मदद करती है। एक बार फिर हमें राज्य की पुलिस के मित्र और सहयोग का प्रमाण मिला है। ये प्रमाण कोई और नहीं बल्कि जिले के कप्तान दे रहे है। अब जिले का कप्तान इस कार्यशैली व सोच का होगा तो उसकी टीम कैसी होगी ये हर किसी के सामने खुली किताब की तरह है।
ऊधम सिंह नगर के एस0एस0पी0 डॉ. सदानंद दाते की एक मदद ने एक बार फिर उत्तराखण्ड की पुलिस के मित्र चरित्र को लोगों के सामने लाई है। अपराध एवं अपराधियों पर नियन्त्रण के साथ ही अपने मानवीय कार्य के लिए हमेशा आगे रहे हैं। उत्तराखण्ड पुलिस के स्लोगन मित्रता, सेवा एवं सुरक्षा के साथ-साथ मानवता, सहयोग एवं समर्पण की मिशाल पेश कर रहे हैं।
खबर के मुताबिक एसएसपी सदानन्द दाते थाना गदरपुर के निरीक्षण के लिए जा रहे थे, तो उन्होंने देखा की जाफरपुर के पास सड़क दुर्घटना में बाइक सवार दम्पति पूरण चन्द्र पाण्डे व उनकी पत्नी आशा पाण्डे निवासी छतरपुर थाना दिनेशपुर ऊधमसिंहनगर सड़क पर घायल अवस्था में पड़े हैं तथा डेढ वर्ष का बालक कार्तिक सड़क पर रो रहा है।
इस मंजर को देखते ही एसएसपी अपनी गाड़ी से उतरे व रोते हुए बच्चे को अपनी गोद में उठाकर उसे चुप कराते हुए, सड़क दुर्घटना में घायल दम्पति को अपने स्क्वाड की गाड़ी से माध्यम से तुरन्त उपचार हेतु अस्पताल पहुंचाया। ये घटना जैसी ही सोशल मीडिया पर सामने आई तो वायरल हो गई।