अल्मोड़ा: उत्तराखण्ड को देवभूमि कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि राज्य में देवों का वास होता था इस कारण से उत्तराखण्ड में सैंकडो मंदिर है। इसी क्रम में है अल्मोड़ा स्थित चितई मंदिर । चितई मंदिर गोलू देवता का मंदिर है। गोलू देवता को न्याय का देवता माना है। भारत से ही नही विदेशों से भी लोग भगवान के दर्शन करने आते है। जो लोग नहीं आ पाते है वह गोलू देवता को चिठ्ठी में अपनी मनोकांमना लिखर भेजते है। जिन लोगों को न्याय नही मिलता है वह गोलज्यू के सामने जाकर अपनी पीड़ा व्यक्त करते है।
मदिर परिसर भक्तों की चिठ्ठी से भरा रहता है। लोग यहां पर चिठ्ठी के माध्यम से भगवान तक अपनी आवाज पहुंचाते है। मुराद पूरी होने के बाद मंदिर में घंटी चड़ाते है। गोलू देवता को शिव का अवतार आना जाता है। गोलज्यू का चितई मंदिर राज्य के प्रचीन मंदिरों में से एक है। इसके पीछे एक कहानी है।
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