नैनीताल: कुमाऊं विश्वविद्यालय में गड़बड़ी के मामले अक्सर सामने आते हैं। कभी प्रश्न पत्र तो कभी नतीजे इसके बारे में आप अखबारों में जरूर पढ़ेंगे। इसी तरह का एक मामला सामने आया है नैनीताल के डीएसबी परिसर में…लापरवाही के चलते बिना परीक्षा हुए ही परीक्षार्थियों को फेल कर दिया। परीक्षार्थियों की जद्दोजहद के बाद परीक्षा तो हुई पर अब वे अंकपत्र के लिए भटक रहे हैं। जानकारी के अनुसार बीएससी फॉरेस्ट्री के छठे सेमेस्टर की परीक्षा दो नवंबर 2019 को हुई थी।
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छात्रों का कहना है कि इस दिन प्रश्न पत्र ही नहीं आया और परिसर ने इस बारे में विवि को जानकारी नहीं थी। इसके बाद परीक्षार्थी परीक्षा कराने के लिए दो माह तक विश्वविद्यालय और डीएसबी परिसर के चक्कर काटते रहे। यह मामला बीएससी फॉरेस्ट्री के छठे सेमेस्टर के दूसरे प्रश्न पत्र का है। दो हफ्ते नतीजा आया, जिसमें विद्यार्थियों को फेल कर दिया गया।
गड़बड़ी के बारे में विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय को मामले की जानकारी दी। इसके बाद 6 जनवरी 2020 को परीक्षा का आयोजन किया। नतीजा आता उससे पहले लॉकडाउन हो गया। लॉकडाउन के खुलने के बाद नतीजा आया लेकिन छात्रों को अंकतालिकाएं नहीं मिली हैं। अब विवि की ओर से कहा जा रहा है कि अंकपत्र डीएसबी परिसर को भेज दिए गए हैं, जबकि परिसर अंकपत्र नहीं मिलने की बात कह रहा है।
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इस संबंध में छात्रों का कहना है कि इस मामले में परीक्षा अनुभाग एवं कुलपति सचिवालय से बात हुई लेकिन विश्वविद्यालय का लापरवाह रवैया बरकरार है। इसलिए आज तक इस गड़बड़ी का हल नहीं निकला है और एक दूसरे को आगे किया जा रहा है। मामला कुलपति प्रो. एनके जोशी के संज्ञान में आ गया है और संबंधित पक्षों को तलब किया है। कुलपति ने बताया कि जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।