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मायानगरी में चमके पहाड़ के सुमित पुरोहित, Scam 1992 के लिए मिले तीन फिल्मफेयर अवार्ड

मायानगरी में चमके पहाड़ के सुमित पुरोहित, Scam 1992 के लिए मिले तीन फिल्मफेयर अवार्ड

चमोली: फिल्मफेयर ओटीटी 2021 अवॉर्ड्स की घोषणा हो गई है। उत्तराखण्ड के गढ़वाल मंडल के चमोली ज़िले के निवासी फ़िल्म लेखक सुमित पुरोहित को फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार वेब शो ” स्कैम 1992 ” (Scam 1992) में सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखक, सर्वश्रेष्ठ संपादन और बेस्ट एडाप्टेड स्क्रीनप्ले के लिए मिला है।

सुमित को फिल्मफेयर अवार्ड (Filmfare award) मिलना प्रत्येक उत्तराखंडी के लिए गर्व की बात है। जिस तरह लेखक बिरादरी को आज सम्मान मिल रहा है, वह सिनेमाई दुनिया में आए सकारात्मक बदलाव को दर्शाता है। हर्षद मेहता के जीवन पर बनी वेब सीरीज ” स्कैम 1992 ” का निर्देशन हंसल मेहता ने किया और अभिनेता प्रतीक गांधी ने इसमें मुख्य भूमिका निभाई थी।

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चमोली ज़िले के निवासी सुमित पुरोहित (Sumit Purohit) के पिता डॉक्टर केडी पुरोहित उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखण्ड में सलाहकार और माता डॉक्टर इंदु पुरोहित सेवानिवृत प्राचार्या हैं। सुमित ने एम.एस यूनिवर्सिटी बड़ौदा (MS University Baroda) से फाइन आर्ट्स की डिग्री प्राप्त की है। सुमित बतौर राइटर, निर्देशक कई वेब सीरीज में काम कर रहे हैं । सुमित फ़िल्म बंगिस्तान और ब्लैक कॉमेडी के सह लेखक रहे हैं ।

इसी साल सुमित का चयन ब्रिटिश एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन आर्ट्स की ब्रेकथ्रू इंडिया पहल के तहत किया गया था। भारत के लिए पहली बार शुरु किए गए इस अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम के लिए सुमित को फिल्म निर्माण (Film making), निर्देशन, अभिनय, पटकथा व संवाद लेखन, टेलीविजन, वेब गेम डिजाइन से जुड़े भारत के कुल दस विजेताओं में शामिल किया गया था। बाफ्टा को इंग्लैंड का आस्कर (Oscar of England) भी कहा जाता है। यह सुमित ही नहीं उत्तराखण्ड और भारत देश के लिए भी उपलब्धि है।

देश के प्रतिष्ठित फ़िल्म पुरस्कारों में शामिल फिल्मफेयर अवार्ड्स अपने आप में महत्व रखते हैं। हर कलाकार का सपना होता है कि उसे हिंदी सिनेमा (Hindi cinema) के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए फिल्मफेयर अवार्ड मिले। जब यह अवार्ड छोटे शहरों, छोटे राज्यों से मायानगरी मुंबई पहुंचे कलाकारों को मिलता है तो इसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है।

इसलिए कि छोटे शहरों में सपना देख रहे लोगों को एक उम्मीद, एक हौसला, एक रोशनी मिलती है इन अवॉर्ड्स से। उन्हें लगता है कि अगर हमारी ही तरह छोटे राज्य से निकला यह कलाकार कामयाबी हासिल कर सकता है तो हम भी अपने सपने पूरे कर सकते हैं। सुमित पुरोहित का सम्मान, उनकी कामयाबी भारतीय सिनेमा जगत में काम करने का सपना देखने वाले हर कलाकार को प्रेरणा देगी।

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