नई दिल्ली: कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 शुरू होने में कुछ ही दिन बचे है, लेकिन दो बार के ओलंपिक मेडलिस्ट और 74 किग्रा फ्री स्टाइल कैटेगरी में पदक के मजबूत दावेदार सुशील कुमार का फाइनल लिस्ट में नाम ना होने से भारतीय दल हैरान है. गौरतलब है कि सुशील कुमार का नाम गोल्ड कोस्ट के आयोजकों द्वारा आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की गई एंट्री लिस्ट से गायब है.
भारतीय रेसलिंग फेडरेशन और भारत ओलंपिक संघ पहले इस बारे में अनजान था, लेकिन जब उनको इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को उठाएंगे. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक सुशील इस समय जॉर्जिया ने ट्रेनिंग कर रहे है और उन्होंने डब्ल्यूएफआई को गुरुवार शाम को कई बार कॉल किए थे.
वहीं आईओए अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा कि गेम्स के लिए उन्हें सुशील का एक्रीडेशन मिला था और इसके साथ यह भी पुख्ता हो गया है कि उनका नाम डेलीगेशन रजिस्ट्रेशन मीटिंग के लिए भी शामिल है. जहां आयोजन समिति ने आखिरी सूची दी है. बत्रा ने आकस्मिक अधिकारियों से सब कुछ सही होने के बाद भी यहां हो रही गलती के बारे में पता करने को कहा है.हालांकि गौर करने की बात यह है कि पिछले कुछ समय से संघ और साथी खिलाड़ियों के साथ सुशील के रिश्ते कुछ खास नहीं चल रहे है और कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा ले रहे भारतीय पहलवनों में से सिर्फ उन्हीं का नाम गायब हुआ है.
वहीं फेडरेशन के असिस्टेंट डायरेक्टर विनोद तोमार का कहना है कि यह तकनीकी या लिपिक गलती हो सकती है. 2014 ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद सुशील का यह पहला बड़ा टूर्नामेंट है. सुशील ने सालभर बाद 2016 रियो ओलंपिक में वापसी करनी चाही थी, लेकिन फेडरेशन ने उन्हें शामिल नहीं किया. पिछले साल चयन ट्रायल में सुशील के कथित सर्मथकों ने उनके विपक्षी प्रवीण राणा से और उनके भाई से मारपीट भी की थी, जिसके बाद यह मामला काफी गर्मा गया था.
इस बार भी दिख रहा है हरियाणा का दबदबा
आॅस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में 4 अप्रैल से शुरू होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में 19 खेल शामिल हैं जिसमें से 14 में भारतीय खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. इस इवेंट के लिए 227 सदस्यीय भारतीय दल (123 पुरुष और 104 महिला खिलाड़ी) का एलान हो चुका है. एथलेटिक्स में सबसे ज्यादा 37 और हॉकी में 36 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. अक्सर पदक विजेताओं में हरियाणा का दबदबा देखा जाता है और इस बार भी सबसे अधिक 32 खिलाड़ी इसी राज्य से चुने गए हैं.