
देहरादून: त्योहारी सीजन में यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए उत्तराखंड परिवहन निगम ने बड़ा फैसला लिया है। अब रोडवेज बसों के रूट को किसी भी समय बदला जा सकेगा…ताकि ज्यादा यात्रियों वाले मार्गों पर बसें डायवर्ट की जा सकें। इस फैसले से यात्रा व्यवस्था में लचीलापन बढ़ेगा और यात्रियों को काफी राहत मिलेगी।
निगम के महाप्रबंधक संचालन क्रांति सिंह ने बताया कि अब प्रत्येक डिपो का केंद्र प्रभारी बस के रूट में बदलाव कर सकेगा…लेकिन इसके लिए उसे बस के प्रस्थान से आधा घंटा पहले निगम मुख्यालय की आईटी टीम को सूचना देनी होगी। आईटी टीम नए रूट को तुरंत सिस्टम में अपडेट करेगी। इस संबंध में राज्यभर के सभी डिपो केंद्र प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
त्योहारों के मौसम में दिल्ली से देहरादून, हरिद्वार, हल्द्वानी, टनकपुर और रुद्रपुर के बीच बसों की संख्या बढ़ाई गई है। इसके अलावा चंपावत, नैनीताल, पौड़ी, अल्मोड़ा, बागेश्वर, उधम सिंह नगर और पिथौरागढ़ समेत पर्वतीय रूटों पर भी यात्रियों की संख्या बढ़ने के कारण निगम ने यह लचीली व्यवस्था लागू की है।
उदाहरण के तौर पर अगर दिल्ली से देहरादून आने वाली ग्रामीण डिपो की बस में ऋषिकेश के अधिक यात्री होंगे….तो वह बस वाया ऋषिकेश भेजी जा सकेगी। इसी तरह रुद्रपुर डिपो की बस को वाया हल्द्वानी या टनकपुर किया जा सकता है। जरूरत के हिसाब से किसी भी रूट में अस्थायी बदलाव संभव होगा।
परिवहन निगम के पास 850 बसें
वर्तमान में उत्तराखंड परिवहन निगम के पास लगभग 850 रोडवेज बसें हैं। गत वर्ष यह संख्या करीब 900 थी…लेकिन 50 बसें कंडम घोषित की जा चुकी हैं। इनमें से कई बसें अपनी निर्धारित किलोमीटर सीमा पूरी कर चुकी हैं….जिन्हें जल्द नीलाम करने की तैयारी चल रही है। वहीं अगले दो महीनों में 200 नई बसें निगम को मिलने की संभावना है…जिससे परिवहन व्यवस्था और मजबूत होगी।
महाप्रबंधक क्रांति सिंह ने कहा कि यात्रियों की सुविधा के हिसाब से अब बसों का रूट बदला जा सकेगा। सभी केंद्र प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि रूट बदलने से पहले मुख्यालय को सूचित करें। आईटी टीम तुरंत नया रूट अपडेट करेगी ताकि किसी यात्री को असुविधा न हो।






