Uttarakhand New Year: Guidelines For Tourists:
दिसंबर महीने के समाप्त होते-होते वन विभाग की गश्त भी तेज होने लगी है। दरअसल न्यू ईयर की पार्टी के लिए कई पर्यटक और अन्य लोग भी वन क्षेत्रों के पास ही पार्टी करते नजर आते हैं। ऐसे में वन क्षेत्रों के पास गन्दगी भी बढ़ती है। साथ ही जानवरों द्वारा किए जाने वाले हमलों की खबरें भी आती हैं। नए साल के जश्न के दौरान वन क्षेत्र में किसी भी अनहोनी से बचने के लिए वन विभाग ने पूरी सतर्कता बरतते हुए अपनी निगरानी तेज कर दी है। बिना अनुमति के वन क्षेत्र में प्रवेश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
चप्पे-चप्पे पर है नजर
लैंसडौन वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी आकाश गंगवार ने कहा कि विभागीय विश्राम गृहों को बाहरी व्यक्ति को रात्रि विश्राम के लिए नहीं दिया जा रहा है। दिसंबर के अंत में मौसम के बदलने के साथ बर्फबारी भी होने लगी है। कई हिल स्टेशनों में तो कई फ़ीट मोटी बर्फ की चादर बिछ चुकी है। होटलों की बुकिंग भी 70-80 प्रतिशत भी हो चुकी है। इस बार की बर्फ ने पूरे देश के पर्यटकों का ध्यान अपनी तरफ खींचा है। पहाड़ों में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ रही है और होटलों में कमरों की संख्या कम भी हो रही है।
सुगम और सुरक्षित हो यात्रा
ऐसे में वन क्षेत्र के आस-पास भीड़ न बढ़ने देने के लिए। साथ ही जानवरों व पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए भी वन विभाग ने चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए रखने का निर्णय लिया है। ट्रैफिक व्यवस्थाओं के साथ पर्यटकों की सुगम और सुरक्षित यात्रा के लिए भी कई उपाय किए गए हैं। साइन बोर्ड की मदद से सड़क पर किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रयास किया जा रहा है। साथ ही नियमित यातायात के लिए रुट डायवर्जन का उपयोग भी किया जा रहा है।