नैनीताल: 15 जून को कैंची धाम का स्थापना दिवस मनाया जाएगा, जिसे लेकर नैनीताल जिला प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। मेले के दौरान भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने मंदिर प्रबंधन के साथ बैठक की है। इस बार श्रद्धालुओं की संख्या पिछले साल की तुलना में दोगुनी मानी जा रही है।

प्रशासन ने साफ निर्देश दिए हैं कि कैंची धाम और उसके आसपास के इलाके में किसी भी प्रकार के वाहन नहीं चलेंगे। साथ ही फोटो, वीडियो और सोशल मीडिया के लिए रील्स बनाने पर भी पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।
मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए 13 जून तक सभी जरूरी काम पूरे करने के निर्देश दिए गए हैं। बिजली, पानी और शौचालय की व्यवस्था को भी दुरुस्त किया जा रहा है।
इस बार सिर्फ 15 जून को ही नहीं बल्कि 17 जून तक कैंची धाम में प्रसाद का वितरण किया जाएगा। श्रद्धालुओं के आवागमन को आसान बनाने के लिए हल्द्वानी, नैनीताल, भवाली और भीमताल से शटल सेवा चलाई जाएगी।
सुरक्षा के लिहाज से एसएसबी की तैनाती की जा रही है और सड़क किनारे किसी भी तरह के स्टॉल लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मेले के दौरान पहाड़ों की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए रूट प्लान में भी बदलाव किया गया है…उन्हें रामगढ़ होते हुए अल्मोड़ा भेजा जाएगा।
प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे शांति और अनुशासन के साथ मेले में भाग लें और दिए गए निर्देशों का पालन करें।
