Champawat Success Story:
उत्तराखंड के युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक कहानी सामने आई है, जो यह साबित करती है कि मेहनत और समर्पण से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। चंपावत जिले के लोहाघाट स्थित स्वामी विवेकानंद राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के तीन एनसीसी कैडेट्स ने अपनी कड़ी मेहनत और अथक प्रयासों से एक बड़ी सफलता प्राप्त की है। इन कैडेट्स का चयन 26 जनवरी 2025 को दिल्ली में आयोजित होने वाली राजपथ परेड के लिए हुआ है। यह न केवल उनके लिए, बल्कि पूरी उत्तराखंड की युवा पीढ़ी के लिए गर्व की बात है।
कैडेट्स की उपलब्धि बनी प्रेरणा
गुमदेश की निवासी योगिता प्रथोली, लोहाघाट के बिशुंग निवासी अंकित फर्त्याल और खटीमा के दीपांशु जोशी—इन तीनों कैडेट्स ने अपने कठिन प्रशिक्षण के जरिए राजपथ परेड में शामिल होने का अवसर पाया। वे इस समय दिल्ली में एक महीने के कठिन प्रशिक्षण से गुजर रहे हैं, और इसके बाद वे राजपथ परेड के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भाग लेंगे। उनकी यह यात्रा हमें यह सिखाती है कि अगर हम अपने लक्ष्यों के प्रति पूरी तरह से समर्पित हों, तो कोई भी सपना साकार हो सकता है।
उत्तराखंड के युवाओं के लिए प्रेरणा
इन तीनों कैडेट्स की सफलता ने यह साबित कर दिया कि उत्तराखंड के युवा किसी भी चुनौती का सामना करने की ताकत रखते हैं। महाविद्यालय में इस सफलता के बाद खुशी का माहौल है, और उन्हें बधाई देने वालों की लंबी कतार लगी हुई है। यह न केवल महाविद्यालय, बल्कि पूरे उत्तराखंड के लिए गर्व का कारण है। इन कैडेट्स की सफलता यह संदेश देती है कि कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है, बशर्ते मेहनत और आत्मविश्वास के साथ कदम बढ़ाए जाएं। हम भी इस प्रेरणादायक कहानी से यह सीख सकते हैं कि कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ संकल्प के साथ अपने सपनों को साकार कर सकते हैं। उत्तराखंड के युवा अपने अथक प्रयासों से किसी भी क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ हासिल कर सकते हैं और पूरी दुनिया में अपनी पहचान बना सकते हैं।