अल्मोड़ा: घर में संतान होना हर किसी के लिए खुशी और जश्न का कारण बनता है। मगर अल्मोड़ा में संतान होने पर दो प्रधान और एक बीडीसी मेंबर को भारी नुकसान हो गया। दरअसल उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। अल्मोड़ा में तीसरी संतान होने पर दो प्रधान और एक बीडीसी मेंबर को पद से त्यागपत्र देना पड़ गया।
गौरतलब है कि प्रदेश में पंचायत चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी के लिए 2 बच्चों की बाध्यता है। इससे ज्यादा संतान होने पर प्रतिनिधि को अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। ऐसे में पिछले महीने शासन ने ऐसे सीटों की सूची मांगी थी, जहां प्रतिनिधियों के 2 से ज्यादा संताने हैं। अल्मोड़ा में लमगड़ा ब्लॉक के सेल्टाचापड़ में 2019 के पंचायती चुनाव में प्रधान निर्वाचित हुए ग्राम प्रधान की इस साल तीसरी संतान हुई तो उन्हें कुर्सी गंवानी पड़ी।
उन्होंने 12 अगस्त 2022 को अपना त्यागपत्र दिया। इसके अलावा स्याल्दे ब्लॉक के लालनगरी में निर्वाचित प्रधान और लमगड़ा ब्लॉक के डोल में BDC सदस्य बने व्यक्ति की तीसरी संतान होने पर उन्हें भी त्यागपत्र देना पड़ा। बता दें कि अब इन सीटों पर उपचुनाव कराए जाने की तैयारी चल रही है। डीपीआरओ अल्मोड़ा, गोपाल सिंह अधिकारी ने बताया कि 2 प्रधान और एक बीडीसी सदस्य के त्यागपत्र के बाद यहां चुनाव करवाए जा रहे हैं।