बागेश्वर: पहाड़ों पर जीवन व्यतीत करना किसी चुनौती से कम नहीं है। बागेश्वर से गंभीर मामला सामने आया है। एक बच्चे की लाल चीटियों के काटने से दर्दनाक मौत हो गई।मोबाइल के नेटवर्क ना होने के कारण बच्चे को एंबुलेंस बुलाकर अस्पताल नहीं ले जाया जा सका। जिससे उसकी मौत हो गई।
पूरा मामला बागेश्वर (Bageshwar) जिले के कपकोट ब्लॉक स्थित पौंसारी गांव की है।भूपेश राम के दो बच्चे पांच वर्षीय प्रियांशु और तीन वर्षीय सागर जब घर के आंगन में खेल रहे थे, तब अचानक छोटी लाल चींटियों ने दोनों भाइयों को काट लिया। जिसके बाद दोनों तड़पने लगे। गांव में स्वास्थ्य सुविधाएं ना होने की वजह से 108 सचल स्वास्थ्य सेवा से संपर्क करने की कोशिश की।
मगर मोबाइल का नेटवर्क सही न होने की वजह से काफी देर तक उनका संपर्क 108 से नहीं हो सका। जब संपर्क हुआ, बच्चों को अस्पताल ले जाया गया तब तक तीन वर्षीय सागर ने दम तोड़ दिया। हालांकि, प्रियांशु को जिला अस्पताल में इलाज के बाद छुटटी दे दी गई। परिजन महेश राम ने भी नेटवर्क को जिम्मेदार ठहराया है और ग्रामीणों ने परिवार को मुआवजा दिए जाने की भी मांग की है।
जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ. राहुल मिश्रा ने कहा कि यदि बच्चे को समय से अस्पताल लाया जाता तो बच्चे की जान बच सकती थी। गौरतलब है कि पहाड़ में लाल रंग की रेड फायर को बुलेट चींटी के नाम से जाना जाता है। इसके काटने पर तत्काल इलाज न मिला तो जान जा सकती है। एसीएमओ डॉ. हरीश पोखरिया का कहना है कि अब तक जिले में चींटियों के काटने से मौत का मामला संज्ञान में नहीं है।