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कैंची धाम में वाहनों पर प्रतिबंध, शटल सेवा के जरिए श्रद्धालु पहुंचेंगे मंदिर


हल्द्वानी: नए साल के अवसर पर प्रसिद्ध कैंची धाम बाबा नीम करौली के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण खबर है। नैनीताल पुलिस प्रशासन, दोनों अवसरों पर पर्यटकों और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए कैंची धाम में वाहनों की आवाजाही पर बंद किया है।

श्रद्धालुओं को अलग-अलग मार्गों से शटल सेवा के माध्यम से कैंची धाम भेजा जाएगा, ताकि दर्शन में किसी प्रकार की परेशानी न हो। इस संबंध में रविवार को पुलिस अधीक्षक यातायात डॉ. जगदीश चंद्रा की अगुवाई में प्रशासन, पुलिस, यातायात विभाग, टैक्सी यूनियन, होटल प्रबंधकों, और कैंची धाम मंदिर प्रबंधन के साथ बैठक आयोजित की गई, जिसमें कई अहम निर्णय लिए गए।  30 दिसंबर और 1 जनवरी के लिए कैंची धाम के लिए यातायात डायवर्जंन प्लान बनाया गया। पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्रा ने बताया कि डायवर्जन प्लान प्रातः 9 से रात्रि 9 बजे तक तक प्रभावी रहेगा।

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जानकारी के मुताबिक, हल्द्वानी, काठगोदाम, ज्योलिकोट, भवाली होते हुए कैंची धाम आने वाले वाहनों को नैनीबैंड द्वितीय, सेनीटोरियम भवाली, रातीघाट बाईपास मार्ग और परिवहन पार्किंग भवाली में पार्क कराया जाएगा, और फिर शटल सेवा के माध्यम से श्रद्धालुओं को कैंची धाम भेजा जाएगा। इसके अलावा, अल्मोड़ा, बागेश्वर, रानीखेत, पिथौरागढ़, और पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाले वाहनों को रामगढ़ तिराहे से उनके गंतव्य की ओर भेजा जाएगा। काठगोदाम-भीमताल होते हुए आने वाले वाहनों को विकास भवन भीमताल, फरसौली रोडवेज, रामलीला ग्राउंड और नगर पालिका ग्राउंड भवाली में पार्क किया जाएगा और फिर शटल सेवा से उन्हें कैंची धाम भेजा जाएगा।

अल्मोड़ा, बागेश्वर, रानीखेत और पहाड़ों से आने वाले वाहनों को पनीराम के ढाबे से आगे नहीं जाने दिया जाएगा, और श्रद्धालु वहां से पैदल ही कैंची धाम पहुंचेंगे। इसके अलावा, अल्मोड़ा-बागेश्वर-रानीखेत और अन्य पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाले वाहन, हल्द्वानी जाने के लिए क्वारब पुल, मोना, नथुवाखान, रामगढ़ होते हुए हल्द्वानी भेजे जाएंगे। इसी प्रकार, रानीखेत की ओर से हल्द्वानी जाने वाले वाहनों को रानीखेत पुल- क्वारब- मोना- नथुवाखान-रामगढ़ के रास्ते हल्द्वानी भेजा जाएगा।

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