हल्द्वानी: कोरोना ने देश-दुनिया की तमाम व्यवस्थाएं ही बदल दीं। हर ओर महामारी की मार है। घर-घर बीमारी का भय है। इस बीच आर्थिक समस्याएं भी मुंह बाए खड़ी हैं। वहीं अब वैक्सीन लगाने के लिए प्रदेश के सभी जिलों में बुधवार से प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो गया है। जिलों में प्रशिक्षण देने वाले मास्टर ट्रेनरों की दो दिवसीय ऑनलाइन ट्रेनिंग मंगलवार को समाप्त हो गई थी। यह मास्टर ट्रेनर अब जिलों में बताएंगे कि कोरोना का टीका लोगों को किस तरह सुरक्षित ढंग से लगाया जाएगा और क्या-क्या सावधानियां बरतनी होंगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) द्वारा यह ट्रेनिंग दी गई। गुरुवार को आशा, आंगनबाड़ी व एएनएम ट्रेनिंग कार्यक्रम का शुभारंभ हल्द्वानी ब्लॉक कार्यालय में हुआ।
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एमओआईसी डॉ. हरीश पांडे ने बताया कि आशाएं व आंगनबाड़ी ही इस वैक्सीनेशन कार्यक्रम को हर घर तक पहुंचाने का काम करेंगी। अपने क्षेत्र में वैक्सीनेशन के लिए लोगों को चिह्नित करने की जिम्मेदारी आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों पर है। इसलिए सबसे पहले हेल्थ वर्कर, उसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर को कोरोना वैक्सीन लगेगी। इसके बाद बीपी, शुगर, हार्ट आदि बीमारियों से जूझ रहे ऐसे लोग जिनकी उम्र 60 साल से ऊपर है, उन्हें वैक्सीन के लिए चिह्नित किया जाना है। इसलिए आशाओं को अपने इलाके में इन बीमारियों से जूझ रहे लोगों को चिह्नित करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस दौरान हल्द्वानी ग्रामीण क्षेत्र की आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्री भी उपस्थित रहीं।
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