रुद्रप्रयाग : उत्तराखण्ड के खिलाड़ी खेलों में न सिर्फ देश अपितु विदेशों में भी देवभूमि का नाम रोशन कर रहे हैं। इसी कड़ी में एक नया नाम जुड़ गया है अंगद बिष्ट का । अंगद बिष्ट इन दिनों प्रोफेशनल फाइट में कहर ढा रहे हैं , खास बात यह है की अभी तक वह कोई भी फाइट नही हारे हैं ।
कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फाइटर को रिंग में धूल चटाने वाले अंगद बिष्ट के लिए हनुमान मंदिर में पूजा की गर्इ और आने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उनकी विजय के लिए कीर्तन किए। जनपद रुद्रप्रयाग के पांबो धनपुर निवासी मोहन सिंह बिष्ट के पुत्र अंगद बिष्ट इन दिनों प्रोफेशनल फाइटर में किस्मत आजमा रहे हैं। अब तक वह कोई भी फाइटिंग नहीं हारे हैं। पिछले दिनों उन्होंने गुजरात व हरियाणा के पहलवानों को हराया। अब आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय रिंग पर भी वह अपनी फाइटिंग का जलवा दिखाएंगे। उनकी जीत व उज्जव भविष्य के लिए रुद्रप्रयाग के हनुमान मंदिर में पूरे शहर के वासियों ने कीर्तन किया, तथा भगवान से उनकी जीत की दुआ की।
रुद्रप्रयाग व देहरादून में पढ़ाई करने के बाद अंगद ने मुबई चले गए। और यहां फाइटिंग में अपना भविष्य तलाशा। मिक्स मार्शल आर्ट में भी अंगद का कोई सानी नहीं है। वह कोई भी फाइट नहीं हारे हैं। बचपन से ही अंगद को फाइटिंग का शौक था। रुद्रप्रयाग नवोदय विद्यालय से 12वीं की पढ़ाई करने के बाद देहरादून में कोचिंग की। एक वर्ष तक कोचिंग करने के बाद पढ़ाई छोड़ दिल्ली चला गया। यहां से मिक्स मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग के लिए बैंगलुरु और मुंबई गए। इसके बाद उन्होंने फाइटिंग को ही अपना भविष्य बनाया। अंगद के पिता मोहन सिंह ने बताया कि बचपन से ही उसे फाइटिंग का शौक था, पूरा परिवार उसके साथ है और उसके उज्जवल भविष्य के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहा है।