
सितारगंज: शहर में बुधवार को पुलिस और साइबर टीम ने साइबर ठगी के शक में दो स्थानों पर छापेमारी कर हड़कंप मचा दिया। दोनों जगहों पर कॉल सेंटर चल रहे थे…जहां युवक-युवतियां लोन और रिकवरी के नाम पर अवैध गतिविधियों में लिप्त पाए गए।
साइबर टीम प्रभारी सुंदरम शर्मा, कोतवाल नरेश चौहान, एसएसआई विक्रम धामी और महिला पुलिस अधिकारियों की टीम ने सबसे पहले मीना बाजार स्थित दो मंजिला मकान में छापा मारा। यहां कॉल सेंटर में काम कर रहे युवकों-युवतियों से पूछताछ की गई। इसके बाद टीम ने चौधरी मार्केट के पास एक अन्य मकान में भी छापा मारा…जहां भी गुप्त रूप से कॉल सेंटर संचालित हो रहा था।
पुलिस ने दोनों जगह से मोबाइल फोन, लैपटॉप और कई दस्तावेज जब्त किए हैं। पूछताछ करीब सात घंटे से अधिक तक चली। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इन कॉल सेंटरों के जरिए फाइनेंस के बाद रिकवरी के नाम पर अवैध तरीके अपनाए जा रहे थे। पुलिस को शक है कि ये कॉल सेंटर किसी बड़े ऑनलाइन ठगी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि दोनों कॉल सेंटर आवासीय मकानों में गुप्त तरीके से चलाए जा रहे थे…जहां युवक-युवतियां रिकवरी एजेंट के रूप में काम कर रहे थे। पूछताछ में शामिल युवकों-युवतियों के परिजन भी काफी चिंतित नजर आए।
उन्होंने कहा कि मुख्य खाताधारकों और लेनदेन की जांच जारी है। जांच पूरी होने के बाद पुलिस विस्तृत बयान देगी।
सितारगंज: शहर में बुधवार को पुलिस और साइबर टीम ने साइबर ठगी के शक में दो स्थानों पर छापेमारी कर हड़कंप मचा दिया। दोनों जगहों पर कॉल सेंटर चल रहे थे…जहां युवक-युवतियां लोन और रिकवरी के नाम पर अवैध गतिविधियों में लिप्त पाए गए।
साइबर टीम प्रभारी सुंदरम शर्मा, कोतवाल नरेश चौहान, एसएसआई विक्रम धामी और महिला पुलिस अधिकारियों की टीम ने सबसे पहले मीना बाजार स्थित दो मंजिला मकान में छापा मारा। यहां कॉल सेंटर में काम कर रहे युवकों-युवतियों से पूछताछ की गई। इसके बाद टीम ने चौधरी मार्केट के पास एक अन्य मकान में भी छापा मारा…जहां भी गुप्त रूप से कॉल सेंटर संचालित हो रहा था।
पुलिस ने दोनों जगह से मोबाइल फोन, लैपटॉप और कई दस्तावेज जब्त किए हैं। पूछताछ करीब सात घंटे से अधिक तक चली। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इन कॉल सेंटरों के जरिए फाइनेंस के बाद रिकवरी के नाम पर अवैध तरीके अपनाए जा रहे थे। पुलिस को शक है कि ये कॉल सेंटर किसी बड़े ऑनलाइन ठगी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि दोनों कॉल सेंटर आवासीय मकानों में गुप्त तरीके से चलाए जा रहे थे…जहां युवक-युवतियां रिकवरी एजेंट के रूप में काम कर रहे थे। पूछताछ में शामिल युवकों-युवतियों के परिजन भी काफी चिंतित नजर आए।
उन्होंने कहा कि मुख्य खाताधारकों और लेनदेन की जांच जारी है। जांच पूरी होने के बाद पुलिस विस्तृत बयान देगी।
सितारगंज: शहर में बुधवार को पुलिस और साइबर टीम ने साइबर ठगी के शक में दो स्थानों पर छापेमारी कर हड़कंप मचा दिया। दोनों जगहों पर कॉल सेंटर चल रहे थे…जहां युवक-युवतियां लोन और रिकवरी के नाम पर अवैध गतिविधियों में लिप्त पाए गए।
साइबर टीम प्रभारी सुंदरम शर्मा, कोतवाल नरेश चौहान, एसएसआई विक्रम धामी और महिला पुलिस अधिकारियों की टीम ने सबसे पहले मीना बाजार स्थित दो मंजिला मकान में छापा मारा। यहां कॉल सेंटर में काम कर रहे युवकों-युवतियों से पूछताछ की गई। इसके बाद टीम ने चौधरी मार्केट के पास एक अन्य मकान में भी छापा मारा…जहां भी गुप्त रूप से कॉल सेंटर संचालित हो रहा था।
पुलिस ने दोनों जगह से मोबाइल फोन, लैपटॉप और कई दस्तावेज जब्त किए हैं। पूछताछ करीब सात घंटे से अधिक तक चली। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इन कॉल सेंटरों के जरिए फाइनेंस के बाद रिकवरी के नाम पर अवैध तरीके अपनाए जा रहे थे। पुलिस को शक है कि ये कॉल सेंटर किसी बड़े ऑनलाइन ठगी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि दोनों कॉल सेंटर आवासीय मकानों में गुप्त तरीके से चलाए जा रहे थे…जहां युवक-युवतियां रिकवरी एजेंट के रूप में काम कर रहे थे। पूछताछ में शामिल युवकों-युवतियों के परिजन भी काफी चिंतित नजर आए।
उन्होंने कहा कि मुख्य खाताधारकों और लेनदेन की जांच जारी है। जांच पूरी होने के बाद पुलिस विस्तृत बयान देगी।






