देहरादून: एक तरफ कांग्रेस के विधायक पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की सुध भी नहीं ले रहे। वहीं, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री धामी से लेकर भाजपा के विधायक हरदा के आवास पर जाने में लगे हैं। बता दें कि बीते दिन भाजपा की दो महिला विधायक हरीश रावत से मिलने उनके आवास पर पहुंचीं। चुनावों के समय भाजपा बनाम हरीश रावत जैसा माहौल लग रहा था मगर अचानक से इतना प्रेम, सियासी हलकों में इस तरह के सवाल माहौल बना रहे हैं।
आपको याद दिला दें कि अपने शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत से मिलने पहुंचे थे। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भी उनसे मिलने पहुंच गई। अब मंगलवार को केदारनाथ से भाजपा विधायक शैला रानी रावत और नैनीताल की विधायक सरिता आर्य ने रावत से उनके ओल्ड मसूरी रोड स्थित आवास पर मुलाकात की।
गौरतलब है कि शैला रावत 2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा मे शामिल हुई थीं। जबकि सरिता आर्य ने टिकट कटने का पूर्वानुमान लगाते हुए कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। बता दें कि सरिता उस वक्त महिला कांग्रेस की अध्यक्ष थीं। अब विधायकों से लेकर हरीश रावत तक, इसे महज शिष्टाचार भेंट बता रहे हैं। लेकिन इसके पीछे अगर कोई सियासी राज छिपा भी है तो वो अभी तक सामने नहीं आया है।
हरीश रावत ने अपने फेसबुक पेज पर भी इन मुलाकातों को शिष्टाचार भेंट बताया है। ताज्जुब की बात तो ये हा कि भाजपाई हरीश रावत के करीब आ रहे हैं और कांग्रेसी उनसे दूर जाते दिख रहे हैं। दरअसल हरदा की अपनी पार्टी के नेता न केवल उनसे दूरी बनाए हुए हैं, बल्कि उन पर टिकट बेचने जैसे संगीन आरोप भी लगा रहे हैं। प्रीतम सिंह की बात करें तो मीडिया रिपोर्ट्स ये साफ करती हैं कि वह हरीश रावत के अलावा बाकी सभी चुनाव हारे नेताओं से मिल चुके हैं। जो भी हो, एक बात तो कहनी पड़ेगी, हरदा हमेशा चर्चाओं में रहते हैं।