
ओस्ट्रावा : दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा ने मंगलवार को इतिहास रचते हुए प्रतिष्ठित ओस्ट्रावा गोल्डन स्पाइक में पहली बार गोल्ड मेडल जीत लिया। यह विश्व एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर श्रेणी ए का एक प्रमुख आयोजन है। नीरज भले ही अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 90.23 मीटर के थ्रो से चूक गए, लेकिन उन्होंने 9 पुरुष प्रतियोगियों के बीच अपने दबदबे से इस प्रतियोगिता में जीत हासिल की। खास बात यह रही कि उनके सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी जूलियन वेबर इस आयोजन में शामिल नहीं थे।
दक्षिण अफ्रीका के डॉव स्मिथ ने 84.12 मीटर का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल जीता…जबकि पूर्व विश्व चैंपियन एंडरसन पीटरसन 83.63 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
नीरज ने इस प्रतियोगिता में 80 मीटर से अधिक की 4 वैध थ्रो फेंकीं, जो उनकी निरंतरता का परिचायक है। उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 85.29 मीटर का थ्रो किया, जिसने उन्हें स्वर्ण पदक पक्का करा दिया। इसके बाद कोई भी खिलाड़ी 85 मीटर के करीब नहीं पहुंच पाया। हालांकि उनके अंतिम प्रयास में उत्साह ज्यादा होने की वजह से फाउल हो गया…लेकिन इससे उनकी जीत पर कोई असर नहीं पड़ा।
नीरज के लिए निर्णायक क्षण उनका तीसरा थ्रो था…क्योंकि उस समय वे दूसरे प्रयास तक दूसरे स्थान पर थे। उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का नाम गर्व से रोशन किया।
2025 सीजन में नीरज चोपड़ा का शानदार प्रदर्शन:
20 जून को पेरिस डायमंड लीग में जीत के बाद यह नीरज की लगातार दूसरी बड़ी जीत थी। यह 2025 सीजन में उनका पांचवां प्रतिस्पर्धी प्रदर्शन था। उन्होंने अप्रैल में दक्षिण अफ्रीका के पोटचेफस्ट्रूम में पोच आमंत्रण मीट में जीत के साथ सीजन की शुरुआत की। इसके बाद दोहा डायमंड लीग में दूसरे स्थान पर रहे, जहां उन्होंने 90.23 मीटर का थ्रो कर अपने करियर में पहली बार 90 मीटर का आंकड़ा पार किया और भारतीय राष्ट्रीय रिकॉर्ड को नया आयाम दिया। पोलैंड में जानूस कुसोसिन्स्की मेमोरियल में दूसरे स्थान पर आने के बाद उन्होंने पेरिस डायमंड लीग में 88.16 मीटर का थ्रो कर जीत हासिल की।

