हल्द्वानी: टाइफाइड में व्यक्ति को बुखार की शिकायत होती है। इस कारण से उसके शरीर में खून की मात्रा भी कम होने लगती है। यह एक गंभीर विषय है। साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर नवीन चंद्र पांडे ने बताया ति अगर आपको बुखार ज्यादा है और अधिक समय तक रहता है तो डॉक्टर से सलाह जरूर ले और ब्लड टेस्ट कराए। उन्होंने कहा कि इस तरह के बुखार को नजरअंदाज करना जान के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर रोगी को एक बार टाइफाइड हो गया है तो उसे बार-बार होने का खतरना बना रहता है। इसके प्रति सचेत रहना जरूरी है।
साहस होम्योपैथिक के डॉक्टर नवीन चंद्र पांडे ने बताया कि टाइफाइड होने के 5-6 महीने बाद भी खून में उसके बैक्टिरिया मौजूद रहते है। टाइफाइड से ग्रस्त रोगी को तरण पदार्थ लेने की जरूत है। सब्जियों का सेवन करें ध्यान करें की आप ठोस आहार ना ले रहे हों। उन्होंने टाइफाइड के विषय में कुछ होम्योपैथिक दवाएं बताइ जिसके इस्तेमाल से रोगी को एक हफ्ते भीतर आराम मिलेगा।