काशीपुर: कोरोना वैक्सीन को लेकर तमाम गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। कई मामले ऐसे सामने आए हैं जहां पर किसी अन्य व्यक्ति के वैक्सीनेशन की जानकारी किसी अन्य व्यक्ति के मोबाइल पर पहुंच रही हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत प्रमाणपत्रों को लेकर सामने आई है। इन गड़बड़ियों के चलते लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन का दूसरा डोज़ लेने में परेशानी हो रही है। उत्तराखंड ही नहीं बल्किन अन्य राज्यों में ये भी ये गड़बड़ी हो रही है। हल्द्वानी में एक व्यक्ति के पास बेंगलूरू की महिला की जानकारी पहुंची हैं।
टीकाकरण प्रमाणपत्रों में गड़बड़ी का मामला बानगी कटोराताल तूफैलबाग से सामने आया है। वैक्सीनेशन हेतु यहां मोबाइल टीम ने 15 जून को वार्ड नंबर 32 के पार्षद माजिद चौधरी के आवास पर कैंप लगाया था। यहां पर कुल 30 लोगों को टीका लगाया गया था। इस दौरान कई लोगों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को सही जानकारी नहीं दी। अब ये संशय पैदा हो रहा है कि इन लोगों ने किस कंपनी की वैक्सीन लगाई है।
कॉलोनी के ही साजिद नदीम और उनकी पत्नी जेबा साजिद ने कैंप में टीका लगाया था। साजिद का कहना है कि टीकाकरण के समय उन्हें कोविशील्ड वैक्सीन लगाए जाने की जानकारी दी गई थी। अब प्रमाणपत्र में उन्हें कोवाक्सीन लगाए जाने की जानकारी मिली है। प्रमाणपत्र उनके मोबाइल नंबर पर नहीं बल्कि पत्नी के नंबर पर भेजा गया। इसके अलावा उसके प्रमाण पत्र पर पत्नी का आधार नंबर लिखा है अब उन्हें दूसरी डोज़ लगाने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
इस तरह के कई मामले सामने आए हैं जहां पर वैक्सीनेशन की सही जानकारी लोगों को नहीं मिल रही है। इस पर डॉक्टरों का कहना है कि ये गंभीर मसला है। अगर लिखित शिकायत मिलती है तो वैक्सीनेशन सेंटर के प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।