देहरादून: प्रदेश भर में युवाओं का प्रदर्शन इसलिए जारी था क्योंकि उनकी मांगें पूरी नहीं की जा रही थीं। राज्य में निरंतर रूप से लीक हो रहे पेपरों के मामलों ने युवाओं के हौसलों को परास्त कर दिया है। इसी क्रम में लगातार सभी जनपदों में विरोध प्रदर्शन हो रहा था। युवाओं और पुलिस के बीच भारी झड़प भी देखी गई। सरकारी ने अपनी ओर प्रतिक्रिया दी। अब युवाओं की एक मांग पर अब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने बड़ा फैसला किया है।
दरअसल, युवाओं की एक मांग यह भी थी कि सरकार और आयोग को धांधली करने वालों के नाम सार्वजनिक करने चाहिए। ऐसे में अब आयोग ने राजस्व उप निरीक्षक (पटवारी/लेखपाल) व संयुक्त कनिष्ठ अभियंता परीक्षा धांधली से जुड़े नाम सार्वजनिक कर दिए हैं। इससे कहीं ना कहीं, एक मांग तो युवाओं की पूरी हो गई हैं। वहीं, आपको बता दें कि ये लिस्ट पूरे इंटरनेट पर वायरल हो गई है।
गौरतलब है कि एक लिस्ट शनिवार सुबह से ही इंटरनेट पर इधर से उधर चक्कर काट रही है। इस लिस्ट के सबसे ऊपरी भाग पर लिखा है कि, “वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, हरिद्वार द्वारा निम्न अभ्यर्थियों द्वारा अनुचित साधनों से परीक्षा देने की पुष्टि की गई है” इसमें सबसे पहले एक लिस्ट है, जो राजस्व उप निरीक्षक (पटवारी/लेखपाल) परीक्षा 2022 से जुड़े नामों की है। इस लिस्ट के बाद एक सूची संयुक्त कनिष्ठ अभियंता परीक्षा 2021 से जुड़े नामों की भी है।
इसमें कोई दोराय नहीं कि उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के बाद से अबतक इस तरह के पेपर लीक मामलों की संख्या अब काफी हो चुकी है। उत्तराखंड सरकार लगातार युवाओं के साथ अन्याय ना होने देने का दावा तो कर रही है, मगर धरातल पर उसका असर नहीं दिख रहे है। इसी रवैये के साथ युवा बीते कुछ दिनों से खासकर देहरादून व विभिन्न मुख्य स्थानों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। दबाव पड़ने के बाद सरकार ने नकलरोधी कानून लाने का फैसला किया और अब नामों को सार्वजनिक किया गया है।