नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पुलिस के जवानों ने बच्चो का साल बर्बाद होने से बचा लिया। घटना ग्रेटर नोएडा की है। परीक्षा देने जा रहे बच्चे जिस ऑटो में सवार थे वह पंचर हो गया। बच्चों को स्कूल पहुंचना था और वाहन के पंचर होने के बाद उन्हें लगा कि पेपर छूट जाएगा और वो रोने लगे। इन बच्चों पर जैसे ही पुलिस टीम की नजर बड़ी उन्होंने अपनी पीआरवी से सभी को परीक्षा केंद्र तक पहुंचाया। इससे उन बच्चों का एक साल बर्बाद होने से बच गया।
जानकारी के अनुसार ग्रेटर नोएडा में 6 बच्चे ऑटो में बैठकर बोर्ड परीक्षा देने जा रहे थे। स्कूल से करीब 10 किमी दूर ऑटो पंक्चर हो गया। करीब 20 मिनट में वहां पहुंच पाना संभव नहीं था। एक साल बर्बाद होने के डर से बच्चे रोने लगे।
इसी बीच वहां से गुजर रही ग्रेनो के बादलपुर थाने के पुलिस रिस्पॉन्स वीकल (PRV) पर सवार कॉन्स्टेबल की नजर रोते हुए बच्चों पर पड़ी। उन्होंने तुरंत गाड़ी रोकी और रोने का कारण पूछा। बच्चों की बात सुनकर उन्होंने तुरंत अपनी गाड़ी से बच्चों को एग्जाम सेंटर पर पहुंचाया। वहां पहुंचकर उनके चेहरे खिल उठे। पुलिस वालों का धन्यवाद करते हुए कहा कि आपने हमारा एक साल बचा लिया। ड्यूटी के प्रति ईमानदारी के लिए पीवीआर पर तैनात कमांडर जितेंद्र सिंह और महिला कॉन्स्टेबल कोमल काजला को डीसीपी ट्रैफिक ने अनिल कुमार यादव ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है।