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साहस होम्योपैथिक की टिप्स से मिलेगा यूरिक एसिड की बीमारी से निजात


हल्द्वानी:मौजूदा वक्त पर भागदौड़ भरी जिंदगी में अपने शरीर पर ध्यान नहीं देते है। यूरिक एसिड बनने के मामले बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। हल्द्वानी साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पांडे ने बताया कि यह आधुनिक जीवन शैली का एक गंभीर रोग है। शरीर में प्‍यूरिन के टूटने से यूरिक एसिड बनता है। प्‍यूरिन एक एेसा पदार्थ है तो खाने वाली चीजों में पाया जाता है। खाने वाली चीजों से यह शरीर में पहुंचता है और फिर ब्‍लड के माध्‍यम से बहता हुआ किडनी तक पहुंचता है। वैसे तो यूरिक एसिड यूरीन के माध्‍यम से शरीर के बाहर निकल जाता है। मगर कई बार यह शरीर में ही रह जाता है। इसके कारण इसकी मात्रा बढ़ने लगती है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो व्यक्ति के लिए हानिकारक हो सकता है। आज हम आपको शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण और इसके घरेलू उपाय बताएंगे। समय रहते इसका इलाज करने से जिंदगी भर स्वस्थ रहा जा सकता है।

लक्षणः
पैरों-जोड़ों में दर्द
एड़ियों में दर्द
गांठों में सूजन
ज्यादा देर बैठने पर या उठने में पैरों एड़ियों में सहनीय दर्द।
शुगर लेवल बढ़ना।

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हल्द्वानी साहस होम्योपैथिक क्लीनिक के डॉक्टर एनसी पांडे ने इस संबंध में होम्योपैथिक इलाज बताया। उन्होंने कुछ दवाएं बताई जिससे इस रोग से छुटकारा पाया जा सकता है।

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