नई दिल्ली: प्रदेश की राजनीति में उथल पुथल हमेशा ही मची रहती है। इस बार दल बदल की राजनीति ठीक 2017 चुनावों से पहले की तरह दिख रही है। विधायकों का दल बदलना शुरू हो गया है। कुछ दिन पहले ही मंत्री यशपाल आर्य और विधायक संजीव आर्य ने भाजपा का दामन छोड़ा है। जिसके बाद उन्होंने कई अन्य नेताओं के भी कांग्रेस में आने के संकेत दिए। ऐसे में उत्तराखंड के मंत्री हरक सिंह रावत का दिल्ली जाना भी बड़ी चर्चा का विषय बन गया है।
दरअसल शनिवार को उत्तराखंड कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ के साथ दिल्ली पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि जिस फ्लाइट से दोनों दिल्ली गए, उसमे नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भी मौजूद थे। तीनों की इस दौरान मुलाकात भी हुई। ऐसे में ये कयास भी लगाए जा रहे हैं कि कहीं भाजपा को यशपाल आर्य के बाद एक और झटका तो नहीं लगने वाला है।
गौरतलब है कि मंत्री यशपाल आर्य ने अपने विधायक बेटे संजीव आर्य के साथ भाजपा का साथ छोड़ दिया और कांग्रेस का दामन थाम लिया। बता दें कि यशपाल आर्य ने 2017 से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन की थी। इससे पहले निर्दलीय विधायक प्रीतम पंवार तो वहीं पुरोला से कांग्रेस के विधायक रहे राजकुमार भी भाजपा के साथ चल दिए थे।
विधानसभा चुनाव 2022 से पहले भाजपा और कांग्रेस अपने गुटों को मजबूत करने के लिए तमाम तरह की चाल चल रही हैं। विधायक इधर से उधऱ हो रहे हैं। जिन यशपाल आर्य ने नाराजगी के चलते कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन की थी, उन्हीं ने अब भाजपा को ये कहकर छोड़ दिया कि वे भाजपा की विचारधारा में ढल नहीं पाए थे।
लाजमी है कि भाजपा के लिए ये एक बड़ा झटका था। मगर अब एक और झटके का अंदेशा लगाया जा रहा है। दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर कांग्रेस के बड़े नेता भी अभी भाजपा के और टूटने की बात कह रहे हैं। इसी कड़ी में मंत्री हरक सिंह रावत और विधायक काऊ का दिल्ली जाना कुछ इशारे तो जरूर कर रहा है।
हालांकि चर्चा यह भी है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को पार्टी संगठन में अहम जिम्मेदारी सौंप सकता है। इसी क्रम में उन्हें दिल्ली बुलाया गया है। मंत्री रावत का कहना है कि उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुलाया है। मंत्री हरक सिंह रावत और भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ दिल्ली में पार्टी मुख्यालय पहुंचे हैं। बता दें कि हाल ही में हरक सिंह रावत ने विधानसभा चुनाव ना लड़ने की इच्छा जताई थी।