देहरादून: पढ़ने की उम्र में बेटियों की शादी कराने की कई घटनाएं आजकल सामने आ रही हैं। कई गांवों में परिवारों की सोच बेटियों को पराया धन मानकर छोटी उम्र में ही विदा कर देने की होती है। लिहाजा यह कानूनों के खिलाफ है। महिला एवं बाल कल्याण विभाग इन तरह की घटनाओं पर खासा ध्यान रखता है। इस बार क्षेत्र में एक ऐसी ही शादी रुकवाई गई है। जानकारी के अनुसार नाबालिग वधु की सहेली की सूझबूझ काम आई है।
दरअसल शुक्रवार को माजरा माजरा क्षेत्र के सत्तोवाली घाटी में एक परिवार अपनी दो बेटियों की शादी के सिलसिले में यूपी के हरदोई के लिए रवाना हो रहा था। इतने में महिला कल्याण अधिकारी व खंड स्तरीय बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी मौके पर धमक पड़ीं। अधिकारी को कानूनी अपराध होने की शिकायत नाबालिग लड़की की सहेली ने दी थी।
महिला कल्याण अधिकारी सरोज ध्यानी ने बताया कि लड़की की सहेली की सूचना पर परिवार जनों को रोका गया। उन्होंने बताया कि लड़की के माता-पिता दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। वह अपनी पांच बेटियों में से दो की शादी कराने जा रहे थे, जिसमें से छोटी बेटी नाबालिग है। खंड स्तरीय बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी क्षमा बहुगुणा ने बताया कि परिवार को आगे से ऐसा न करने की हिदायत दी गई है।
जानकारी के अनुसार बाद में दोनों बेटियों की काउंसिलिंग की गई। जिसमें नाबालिग ने बताया कि वह अभी शादी नहीं करना चाहती, बल्कि पढ़-लिखकर कुछ बनना चाहती है। इसके अलावा बड़ी बेटी ने भी शादी के लिए तैयार ना होने की बात कही। लेकिन उसने कहा वह शादी के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रखेगी। महिला कल्याण अधिकारी ने बताया कि यदि उन्हें अपनी शिक्षा पूरी करने में कोई परेशानी हो तो विभाग मदद करेगा।