रुद्रपुर: किसान आंदोलन को लेकर इस वक्त पूरे देश में हो हल्ला मचा हुआ है। बीते दिनों किसानों की हत्या के मामले के तूल पकड़ते ही कांग्रेसियों समेत अन्य राजनैतिक दलों ने भाजपा सरकार के खिलाफ हल्ला बोल कर दिया है। इसी कड़ी में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी कांग्रेसीजनों के साथ लखीमपुर खीरी के लिए निकले। लेकिन उन्हें रास्ते में ही रोक लिया गया।
दरअसल पूर्व सीएम हरीश रावत लखीमपुर खीरी जा ही रहे थे कि उत्तराखंड से उत्तर प्रदेश की सीमा में घुसते ही उन्हें यूपी पुलिस ने बॉर्डर पर रोक लिया। हरीश रावत के साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल समेत कई अन्य नेता भी मौजूद थे। बहरहाल कांग्रेस ने वहीं बॉर्डर पर बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
बता दें कि लखीमपुर खीरी में हालात बेहद नाजुक हैं। इस कारण से टोल प्लाजा पर उत्तर प्रदेश पुलिस की काफी फोर्स तैनात की गई है। वहीं पुलिस बल के कांग्रेसियों को रोकने के बाद नेताओं ने धरना शुरू कर दिया है। इस मौके पर हरीश रावत ने कहा कि सरकार किसानों की हत्या कर रही है। उनकी आवाज उठाने वालों की आवाज भी बंद की जा रही है।
वहीं, दूसरी ओर पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू को भी इसी तरह की घटना का सामने करना पड़ा। बता दें कि सिद्धू भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ लखीमपुर के लिए रवाना हुए थे। लेकिन उनको भी पुलिस ने सहारनपुर बॉर्डर पर ही रोक दिया। सिद्धू ने काफी देर तक पुलिस के साथ जद्दोजहद की मगर पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।