हल्द्वानी: घरेलू क्रिकेट सीजन का आगाज 10 जनवरी से होने वाला है। कोरोना वायरस के चलते इस बार सबसे पहले टी-20 क्रिकेट के साथ देश में क्रिकेट लौटेगा। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी की तैयारियां सभी राज्य की टीमे कर रही हैं। तैयारियां अंतिम पड़ाव पर है। उत्तराखंड सीनियर टीम का कैंप भी शुरू हो गया है और जल्द टीम की घोषणा भी कर दी जाएगी। इस बार टीम के साथ भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर को बतौर हेड कोच जोड़ा गया है। टीम घोषित होने से पहले उत्तराखंड टीम को झटका लगा है। तेज गेदबाज दीपक धपोला चोट के चलते टीम का हिस्सा नहीं होंगे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वह पूरे सीजन के लिए बाहर हो गए हैं। पिछले सत्र भी धपोला चोट से जूझते नजर आए थे और इस कारण वो एक भी मैच नहीं खेल पाए थे। उनकी कमी टीम को खली थी और रणजी ट्रॉफी में टीम अंतिम पायदान पर रही थी।
बागेश्वर निवासी दीपक धपोला साल 2018 में सुर्खियों में आए थे। रणजी ट्रॉफी में उन्होंने शानदार गेंदबाजी की थी। आठ मुकाबलों में उन्होंने 45 विकेट अपने नाम किए थे। उत्तराखंड क्रिकेट टीम ने साल 2018-2019 सीजन में रणजी ट्रॉपी में नॉक आउट तक का सफर तय किया था। पहले रणजी ट्रॉफी मैच में उत्तराखण्ड क्रिकेट टीम ने बिहार को केवल 60 रनों पर ढेर कर दिया था।
उत्तराखण्ड की ओर से दीपक धपोला ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 6 विकेट अपने नाम किए थे। वह मैच सभी क्रिकेट फैंस को याद है। वह कुछ वक्त तक सत्र में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची पर टॉप कर रहे थे। मौजूदा सत्र के लिए जारी सीएयू की मेडिकल रिपोर्ट में दीपक धपोला अभी पूरी तरह फिट नहीं हैं, जिसके चलते दीपक टीम का हिस्सा नहीं रहेंगे। टीम फिजियो व ट्रेनर धपोला का नियमित चैकअप कर रहें हैं। कोशिश और उम्मीद की जा रही है कि धपोला रणजी ट्रॉफी तक फीट हो जाएं। भारतीय बल्लेबाज व उत्तराखंड टीम के मुख्य कोच वसीम जाफर भी धपोला के प्रदर्शन से प्रभावित हैं। 2018-2019 में विदर्भ की ओर से खेलते हुए वसीम जाफर ने दीपक धपोला की गेंदबाजी का सामना किया था। कोच बनने के बाद जाफर ने दीपक धपोला की गेंदबाजी की तारीफ की।