Uttarakhand Snowfall: Nainital Snowfall: Mukteshwar Snowfall:
उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है और राज्य के पहाड़ी इलाकों में पहला हिमपात शुरू हो गया है। खासकर नैनीताल और मुक्तेश्वर जैसे हिल स्टेशन पर तापमान में गिरावट के साथ ठंडी हवाएं चलने लगी हैं। इस बार का पश्चिमी विक्षोभ मौसम में बदलाव का कारण बना है, जिससे न सिर्फ बर्फबारी की उम्मीद है, बल्कि सर्दी भी बढ़ गई है।
नैनीताल और मुक्तेश्वर में बर्फबारी की संभावना
रविवार को नैनीताल और मुक्तेश्वर में हल्की धूप के बीच सर्द हवाएं चलीं, जिससे ठिठुरन बढ़ गई। ऊंची चोटियों पर बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक, नैनीताल और मुक्तेश्वर सहित अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ बर्फबारी की संभावना बनी हुई है। इन इलाकों में सीजन की पहली बर्फबारी होने से सर्दी का अहसास और बढ़ गया है।
मैदानी क्षेत्रों में भी बढ़ी ठंड
नैनीताल और मुक्तेश्वर जैसे पर्वतीय इलाकों में हल्की बर्फबारी से न केवल ठंड बढ़ी है, बल्कि निचले क्षेत्रों में भी सर्द हवाएं चलने लगी हैं। देहरादून जैसे मैदानी क्षेत्रों में रात का तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिर चुका है। दिनभर की हल्की धूप के बावजूद, ठंडी हवाओं के चलते लोग सर्दी से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनने पर मजबूर हो गए हैं।
बारिश के कारण आई तापमान में गिरावट
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राज्य के अधिकांश इलाकों में बादल छाए रहेंगे। इसके चलते नैनीताल, मुक्तेश्वर और अन्य क्षेत्रों में एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक तापमान गिरने की संभावना जताई जा रही है। इस बदलाव से उत्तराखंड में नवंबर और अक्टूबर की सूखी ठंड से राहत मिलने की उम्मीद है, और सर्दी में कुछ राहत मिल सकती है।
बर्फबारी होने के कारण बढ़ेगा पर्यटन
उत्तराखंड के लोगों के लिए ये मौसम परिवर्तन सुखद हो सकता है। सूखी ठंड से राहत मिलने के साथ-साथ बर्फबारी और हल्की वर्षा के कारण मौसम में नयापन आ सकता है। इस बदलाव का असर प्रदेश के पर्यटन पर भी पड़ेगा, क्योंकि सर्दी और बर्फबारी का आनंद लेने के लिए पर्यटक केदारनीथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री धाम के साथ नैनीताल, मुक्तेश्वर और मसूरी जैसे हिल स्टेशनों का रुख करेंगे।